वसई-विरार: भारतीय जनता पार्टी ने वसई-विरार जिला अध्यक्ष पद पर पहली बार एक महिला को नियुक्त कर एक ऐतिहासिक कदम उठाया है। भाजपा महाराष्ट्र प्रदेश द्वारा घोषित 22 जिलाध्यक्षों की सूची में, प्रज्ञा पाटिल को वसई-विरार जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। प्रज्ञा पाटिल विशेष पिछड़ा वर्ग के हिंदू सोनकोळी समाज से आती हैं और लंबे समय से पार्टी में सक्रिय भूमिका निभाती आ रही हैं।
प्रज्ञा पाटिल इससे पहले भाजपा की जिला उपाध्यक्ष, महिला मोर्चा अध्यक्ष और जिला महामंत्री जैसे महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुकी हैं। उन्होंने लोकसभा और विधानसभा चुनावों में भी पार्टी के लिए उल्लेखनीय योगदान दिया था। अब उन्हें वसई-विरार जैसे महत्त्वपूर्ण शहरी जिले की कमान सौंप दी गई है।
उनकी नियुक्ति से भाजपा कार्यकर्ताओं, विशेष रूप से महिला कार्यकर्ताओं में भारी उत्साह देखने को मिल रहा है। भाजपा वसई-विरार के जिला उपाध्यक्ष और मीडिया प्रभारी मनोज बारोट ने बताया कि प्रज्ञा पाटिल के नेतृत्व में आगामी महानगरपालिका चुनाव में भगवा झंडा लहराना तय है। साथ ही, यह नियुक्ति महिला कार्यकर्ताओं को भी राजनीति में अधिक अधिकार देने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
विधानसभा चुनाव के दौरान मिला पार्टी के प्रति निष्ठा का इनाम
विरार के राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि विधानसभा चुनावों के समय प्रज्ञा पाटिल ने बहुजन विकास आघाड़ी (BVA) के विरोध में डटकर भाजपा का पक्ष लिया था। उस समय होटल विवांता में भाजपा और बीवीए कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद में उन्होंने मजबूती से पार्टी का नेतृत्व किया था। अब पार्टी ने उनकी निष्ठा और नेतृत्व क्षमता को पहचानते हुए उन्हें जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है।
नेताओं की प्रतिक्रियाएं
नालासोपारा के विधायक राजन नाइक ने प्रज्ञा पाटिल की नियुक्ति का स्वागत करते हुए कहा कि इससे भाजपा को मजबूत नेतृत्व मिलेगा और महिलाओं को भी राजनीतिक नेतृत्व में समान स्थान मिल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रज्ञा पाटिल जैसी जमीनी नेताओं की नियुक्ति से पार्टी को जमीनी स्तर पर मजबूती मिलेगी।
प्रज्ञा पाटिल की नियुक्ति न केवल भाजपा के लिए बल्कि वसई-विरार की राजनीति के लिए एक सकारात्मक संकेत है। इससे यह भी स्पष्ट होता है कि भाजपा अब महिलाओं और पिछड़े वर्गों को नेतृत्व की मुख्यधारा में लाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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