पुलिस का खुलासा:
इस मामले में एमबीवीवी क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने बड़ी सफलता हासिल की है। क्राइम एसीपी मदन बल्लाल ने इस हत्या के पीछे की चौंकाने वाली वजह का खुलासा करते हुए बताया कि महज चंद पैसों की लालच और जुए की बुरी आदत ने एक निर्दोष व्यक्ति की जान ले ली।
आरोपी का परिचय:
मृतक प्रमोद बिंद, नालासोपारा के श्रीराम नगर, घरत वाड़ी इलाके के रहने वाले थे और एक लेबर कॉन्ट्रैक्टर के रूप में काम करते थे। रोज़ मजदूरों को साइट पर भेजने का काम उनका नियमित कार्य था। वहीं, हत्यारा समीर कुमार उर्फ शमशेर बच्चलाल बिंद, जो उसी गांव का रहने वाला है, जुए की बुरी लत का शिकार था। इस लत के चलते उसके घरवालों ने उसे ठुकरा दिया था, जिसके बाद वह सूरत में कमाने के लिए गया।
हत्या की योजना:
सूरत में भी उसकी जुए की लत जारी रही और काम के दौरान कमाए पैसे वह जुए में गंवा देता था। जब सूरत में भी उसे लोग नापसंद करने लगे, तो उसने घर लौटने का फैसला किया। लेकिन उसके पास पैसे नहीं थे, जिससे वह अपनी गिरवी रखी मोटरसाइकिल छुड़ा सके। ऐसे में उसे नालासोपारा में रहने वाले अपने परिचित प्रमोद बिंद की याद आई, जो हर रोज मजदूरों को पैसे बांटता था।
समीर ने सूरत से बोरीवली और फिर नालासोपारा की यात्रा की। प्रमोद ने उसे घर में जगह दी, खाना खिलाया और काम दिलाने का आश्वासन भी दिया। लेकिन आधी रात में समीर के मन में लालच ने जोर पकड़ा और उसने प्रमोद की हत्या कर दी। इस दौरान लगभग आधे घंटे तक दोनों के बीच संघर्ष हुआ, लेकिन आखिरकार समीर ने प्रमोद की जान ले ली और उसके पास रखे २६,००० रुपये लेकर फरार हो गया।
पुलिस की तफ्तीश:
पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया और आरोपी की तलाश शुरू की। समीर ने अपने पीछे कोई सबूत नहीं छोड़ा था, लेकिन पुलिस की कार्यकुशलता के चलते उसका सुराग मिला और उसे उत्तर प्रदेश के मिर्जा मुराद इलाके से गिरफ्तार कर मुंबई लाया गया।
अंतिम निष्कर्ष:
एक गांव का परिचित और दोस्त होने के नाते प्रमोद बिंद ने समीर पर विश्वास किया, लेकिन समीर ने उसी विश्वास की कीमत प्रमोद की जान लेकर चुकाई। फिलहाल, आरोपी समीर पुलिस की गिरफ्त में है और इस जघन्य हत्या के लिए उसे सजा का सामना करना पड़ेगा।
सारांश
नालासोपारा, पालघर – नालासोपारा पूर्व में 24 अगस्त को एक व्यक्ति की हत्या के मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर आरोपी को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया।
क्या था मामला?
24 अगस्त की सुबह, श्री दीपनारायण गोविंद बिंद ने अपने भाई प्रमोदकुमार गोविंद बिंद से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था। जब वे अपने भाई के घर गए तो खिड़की से झाँक कर देखा कि उनका भाई खून से लथपथ पड़ा हुआ था। उन्होंने दरवाज़ा तोड़कर अंदर प्रवेश किया और देखा कि उनके भाई की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई थी।
पुलिस ने ऐसे किया खुलासा
पुलिस उपायुक्त (अपराध) और सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) के निर्देश पर क्राइम ब्रांच यूनिट-3 ने मामले की समानांतर जांच शुरू की। तकनीकी विश्लेषण और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस ने आरोपी समीरकुमार उर्फ समशेर बच्चालाल बिंद (23 वर्ष) को उत्तर प्रदेश के वाराणसी से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने पैसे की चोरी करने के इरादे से प्रमोदकुमार की हत्या की थी।
आरोपी को भारतीय दंड संहिता की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पुलिस टीम को मिला सम्मान
पुलिस आयुक्त मधुकर पांडे, अपर पुलिस आयुक्त दत्तात्रय शिंदे, पुलिस उपायुक्त (अपराध) अविनाश अंबुरे, सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाळ समेत क्राइम ब्रांच यूनिट-3 और साइबर सेल की टीम ने इस मामले को सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।