मीरा रोड, 18 जुलाई 2025: मीरा रोड में मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने एक तीखा भाषण देकर राज्य में चल रहे भाषाई विवाद को नई धार दे दी। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि महाराष्ट्र में मराठी भाषा को अपमानित करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। यह भाषण उस वीडियो के बाद आया जिसमें एक व्यक्ति को हिंदी में बात करने पर पीटा गया था। राज ठाकरे ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा – “अगर कोई मस्ती करेगा, तो महाराष्ट्र की स्टाइल में जवाब मिलेगा।”
राज ठाकरे ने भाषण में कहा कि हिंदी भाषा को महाराष्ट्र में जबरन थोपा नहीं जा सकता। उन्होंने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार हिंदी को स्कूलों में अनिवार्य बनाने की कोशिश कर रही है, जबकि मराठी को नज़रअंदाज़ किया जा रहा है।
राज ठाकरे ने यह भी आरोप लगाया कि कुछ गुजराती नेताओं और व्यापारियों का प्लान है कि मुंबई को धीरे-धीरे गुजरात के प्रभाव में लाया जाए। उन्होंने कहा, “मुंबई पर कई सालों से नज़र है। हमारी परीक्षा ली जा रही है।”
Raj Thackeray Mira-Bhayandar: मराठी अस्मिता पर एकजुटता और जोश की लहर
उन्होंने 2018 के गुजरात घटना का ज़िक्र करते हुए कहा कि “हिम्मतनगर में बिहार के लोगों को मारा गया, 20 हजार लोग निकाल दिए गए, लेकिन एक थप्पड़ महाराष्ट्र में पड़ जाए तो नेशनल हेडलाइन बनती है।”
राज ठाकरे ने मराठी भाषा के ऐतिहासिक गौरव को याद करते हुए कहा, “मराठी का इतिहास ढाई से तीन हजार साल पुराना है, जबकि हिंदी मात्र 200 साल पुरानी मिश्रित भाषा है।” उन्होंने यह भी कहा कि वह हिंदी के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन जबरन थोपने का विरोध करेंगे।
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अंत में उन्होंने अपील की कि “हर मराठी नागरिक जहां भी जाए – रिक्शा, ऑफिस या दुकान – हमेशा मराठी में बात करे।” उन्होंने कहा कि “कर्नाटक में सरकार भाषा के पीछे खड़ी होती है, वैसे ही हमें भी मराठी के लिए खंभे की तरह खड़ा रहना चाहिए।”