वसई, 13 जुलाई 2025: वसई निवासी एक युवक के साथ शेयर ट्रेडिंग के नाम पर 3 लाख 73 हजार 500 रुपये की ऑनलाइन ठगी हुई थी, लेकिन सायबर पुलिस की तत्परता और कोर्ट के हस्तक्षेप से पूरी रकम वापस दिलाई गई, जिससे पीड़ित को बड़ी राहत मिली है।
📲 इंस्टाग्राम लिंक से शुरू हुआ फर्जीवाड़ा
पीड़ित श्री यादव को इंस्टाग्राम पर शेयर ट्रेडिंग से जुड़े एक लिंक के जरिए WhatsApp ग्रुप में जोड़ा गया, जहां उसे एक नकली ऐप डाउनलोड कर मुनाफ़ा कमाने का झांसा दिया गया। ऐप में पैसे निवेश करने के बाद जब उसने पैसे निकालने की कोशिश की, तो उससे और पैसे की मांग की गई।
उसे समझ में आ गया कि यह एक ठगी का मामला है, और उसने तुरंत वसई सायबर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाई। शिकायत को NCCRP पोर्टल (ID: 31905250081543) पर भी अपडेट किया गया।
⚖️ अदालत के आदेश से मिला न्याय
पुलिस ने फौरन कार्रवाई करते हुए ठगी की गई राशि को संबंधित बैंक में फ्रीज़ (Hold) करवा दिया। फिर पीड़ित को कोर्ट में याचिका दायर करने की सलाह दी गई। सायबर पुलिस ने कोर्ट में विस्तृत रिपोर्ट पेश की और अदालत के आदेश के बाद पूरी राशि पीड़ित के बैंक खाते में वापस कर दी गई।
प्रतीकात्मक चेक सौंपकर पुलिस ने इस कार्रवाई की जानकारी सार्वजनिक की।
🚨 सायबर ठगी से बचने के लिए सावधानियां:
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सोशल मीडिया पर दिखने वाले लुभावने ऑफर या हाई रिटर्न वाली ट्रेडिंग स्कीमों से दूर रहें।
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किसी भी ऐप में पैसे निवेश करने से पहले उसकी प्रमाणिकता जरूर जांचें।
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SEBI या अन्य संस्थाओं के नकली प्रमाणपत्र दिखाकर ठग विश्वास जीतते हैं – सतर्क रहें।
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ठगी होने पर तुरंत बैंक और सायबर हेल्पलाइन 1930 / 1945 पर संपर्क करें।
👮♂️ पुलिस की टीम जिसने की यह शानदार कार्रवाई:
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निरीक्षक: सुजितकुमार गुंजकर
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सहायक निरीक्षक: स्वप्नील वाव्हळ, प्रसाद शेनोळकर
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टीम सदस्य: वैभव धनवडे, माधुरी धिंडे, सुवर्णा माळी, राहुल बन, विलास खाटीक
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मार्गदर्शन:
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संदिप डोईफोडे (पुलिस उपायुक्त, अपराध)
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मदन बल्लाळ (सहायक पुलिस आयुक्त, अपराध)
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📞 सायबर अपराध हेल्पलाइन:
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1930 / 1945
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