शिवसेना UBT ने मुंबई के शिवाजी पार्क में महायुति सरकार के मंत्रियों पर करोड़ों के घोटाले का आरोप लगाते हुए जनआक्रोश आंदोलन चलाया और दोषी मंत्रियों के इस्तीफे की मांग की।
मुंबई,11अगस्त:शिवसेना (UBT) ने सोमवार को मुंबई के शिवाजी पार्क में एक शक्तिशाली जनआंदोलन का आयोजन किया, जिसमें महायुति सरकार के मंत्रियों पर करोड़ों रुपये के घोटालों का आरोप लगाते हुए इस्तीफे और स्वतंत्र जांच की मांग की गई।
यह प्रदर्शन ‘महाराष्ट्र जनआक्रोश आंदोलन’ के तहत हुआ, जिसकी अगुवाई पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने की। भारी संख्या में जुटे प्रदर्शनकारियों ने नकली नोटों और पैसों की बोरियों के माध्यम से प्रतीकात्मक रूप से भ्रष्टाचार को दर्शाया।
💸 मंत्रियों पर गंभीर आरोप:
शिवसेना UBT ने जिन मंत्रियों पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए, वे हैं:
-
संजय राठौड़: ₹60 करोड़ के कथित घोटाले में लिप्त
-
धनंजय मुंडे: ₹1,500 करोड़ की खरीदी प्रक्रिया में अनियमितता
-
माणिकराव कोकाटे: तिलहन खरीदी में नुकसान पहुंचाने के आरोप
पार्टी का दावा है कि इन मामलों की शिकायत तत्कालीन उपमुख्यमंत्री (अब मुख्यमंत्री) देवेंद्र फडणवीस को कई बार दी गई, लेकिन किसी भी स्तर पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
🔥 सियासी माहौल पहले से गरम
यह प्रदर्शन ऐसे वक्त पर हुआ है जब महाराष्ट्र की राजनीति पहले ही गरमाई हुई है:
-
शरद पवार द्वारा ‘160 सीटों की डील’ का दावा
-
राहुल गांधी द्वारा चुनाव प्रक्रिया पर उठाए गए सवाल
ऐसे में शिवसेना UBT का यह आंदोलन महाराष्ट्र की चुनावी राजनीति को और अधिक उबाल पर ले आया है।
📢 पार्टी की घोषणा: आंदोलन जारी रहेगा
शिवसेना (UBT) नेताओं ने ऐलान किया कि: “जब तक इन आरोपित मंत्रियों का इस्तीफा नहीं होता और स्वतंत्र जांच नहीं शुरू होती, तब तक यह आंदोलन पूरे महाराष्ट्र में जारी रहेगा।”
पार्टी इसे एक “जन-जागृति अभियान” के रूप में प्रस्तुत कर रही है, ताकि आम जनता को कथित भ्रष्टाचार और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ एकजुट किया जा सके।
शिवसेना UBT का यह जनआंदोलन महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिरता और महायुति सरकार की छवि दोनों को सीधी चुनौती देता है। यदि आरोपों की जांच नहीं होती, तो यह आंदोलन राज्यव्यापी जनदबाव का रूप ले सकता है। यह केवल एक विरोध प्रदर्शन नहीं, बल्कि आगामी चुनावों में राजनीतिक रणनीति की झलक भी देता है।