Shivsena Controversy: महाराष्ट्र विधानपरिषद में ‘गद्दार’ शब्द को लेकर शंभूराज देसाई और अनिल परब के बीच तीखी बहस हो गई। उद्धव ठाकरे का जिक्र होने पर परब भड़के, मामला इतना बढ़ा कि सदन स्थगित करना पड़ा।
मुंबई, 10 जुलाई: महाराष्ट्र विधानपरिषद में गुरुवार को उस समय गर्मागर्मी हो गई जब शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गट) के नेता अनिल परब ने मंत्री शंभूराज देसाई को ‘गद्दार’ कह दिया। इस टिप्पणी के बाद दोनों नेताओं के बीच तीखी नोकझोंक हुई, जिससे सदन की कार्यवाही को थोड़े समय के लिए स्थगित करना पड़ा।
पर्यटन, खनन और पूर्व सैनिक कल्याण मंत्री शंभूराज देसाई, जो एकनाथ शिंदे गुट के नेता हैं, ने संवाददाताओं को बताया कि विधानपरिषद में मराठी भाषी लोगों के लिए आवास सुनिश्चित करने के विषय पर चर्चा हो रही थी। भाजपा की एमएलसी चित्रा वाघ ने सवाल किया कि क्या महा विकास आघाडी सरकार ने इस पर कोई कानूनी प्रावधान किया था। देसाई ने जवाब दिया कि ऐसा कोई कदम नहीं उठाया गया था।
इस दौरान जब देसाई ने उद्धव ठाकरे नीत पूर्व सरकार का उल्लेख किया, तो अनिल परब ने उन्हें ‘गद्दार’ कहकर आक्रोश व्यक्त किया। जवाब में देसाई भी उसी भाषा में बोले, जिससे मामला गरमा गया। देसाई ने कहा कि परब ने उन्हें सदन के बाहर निपटने की धमकी दी, जिस पर उन्होंने चुनौती स्वीकार की।विधानपरिषद की उपसभापति नीलम गोरहे ने तुरंत सदन स्थगित कर दोनों नेताओं को अपने कक्ष में बुलाकर समझाइश दी। उन्होंने कहा कि आपत्तिजनक टिप्पणियों को कार्यवाही से हटाया जाएगा।
गौरतलब है कि जून 2022 में एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद शिवसेना टूट गई थी, और तभी से उद्धव ठाकरे गुट शिंदे समर्थकों को ‘गद्दार’ कहकर निशाना बनाता रहा है।