Palghar News : घूसखोर निकला उपजिलाधिकारी, 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार
पालघर (Palghar ) : पालघर जिलाधिकारी कार्यालय में एक उपजिलाधिकारी को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अधिकारी का नाम संजीव जाधवर है और वे सामान्य प्रशासन विभाग में उपजिलाधिकारी के पद पर तैनात थे।
मुंबई एसीबी की एक टीम ने जिलाधिकारी कार्यालय में छापा मारकर जाधवर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। जाधवर एक आदिवासी खातेदार की जमीन का नामांतरण करने के लिए रिश्वत मांग रहे थे। सूचना मिलने पर एसीबी की टीम के लगभग 10 से 15 अधिकारियों की एक टीम ने जाल बिछाया और उन्हें उनके के कार्यालय से गिरफ्तार कर लिया।
दिलचस्प बात यह है कि उन्हें हाल ही में पालघर से रत्नागिरी जिले के राजापुर में स्थानांतरित (Transfer) किया गया था, लेकिन वह पालघर में एक और साल का विस्तार (Extension) पाने की कोशिश कर रहे थे।
क्या है मामला?
वाडा तालुक के एक आदिवासी खातेदार ने अपनी जमीन का नामांतरण कराने के लिए आवेदन दिया था। जाधवर ने सभी कागजात पूरे होने के बावजूद फाइल को आगे बढ़ाने के लिए 50 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत एसीबी से की थी। एसीबी ने शिकायत को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की और जाधवर को गिरफ्तार कर लिया।
इस घटना से एक बार फिर सरकारी तंत्र में व्याप्त भ्रष्टाचार का पर्दाफाश हुआ है। इस मामले में एसीबी आगे की जांच कर रही है।
मुख्य बिंदु:
- पालघर के उपजिलाधिकारी संजीव जाधवर को 50 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार।
- मुंबई एसीबी ने जिलाधिकारी कार्यालय में छापा मारकर किया गिरफ्तार।
- जाधवर एक आदिवासी खातेदार की जमीन का नामांतरण करने के लिए रिश्वत मांग रहे थे।
- जाधवर कुछ दिन पहले ही पालघर से रत्नागिरी जिले के राजापूर में तबादला हुए थे।
यह खबर स्थानीय समाचार पत्रों और समाचार चैनलों पर प्रमुखता से प्रकाशित हुई है। इस घटना ने लोगों में रोष पैदा किया है और उन्होंने सरकार से भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की है।
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