मुंबई: ठाणे नगर निगम क्षेत्र में पालतू जानवरों के लिए बनाए गए पहले गैस-आधारित श्मशान का उद्घाटन शनिवार को परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक के हाथों संपन्न हुआ। माजीवाड़ा गांव स्थित बालकुम अग्निशमन केंद्र के पीछे बनाए गए इस आधुनिक श्मशान का उद्देश्य शहर में बढ़ती पालतू पशु संख्या के बीच पशु प्रेमियों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करना है।
उद्घाटन समारोह में मंत्री प्रताप सरनाईक ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री और वर्तमान उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से ठाणे में पालतू पशुओं के लिए अलग श्मशान बनाने का अनुरोध किया था। इसके बाद माजीवाड़ा गांव में मुख्य श्मशान के पास पालतू पशुओं के लिए अलग प्रवेशद्वार और सुविधाओं के साथ यह श्मशान विकसित किया गया है।
सरनाईक ने कहा कि यह परियोजना ठाणे शहर के पशु प्रेमियों के लिए बड़ी राहत है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि आवारा कुत्तों की बढ़ती समस्या को देखते हुए घोड़बंदर रोड क्षेत्र में मानव बस्तियों से दूर एक डॉग शेल्टर बनाए जाने की प्रक्रिया शुरू की गई है। इसके लिए उपयुक्त स्थान की खोज जारी है।
इसके अलावा, मुंबई की तर्ज पर ठाणे में पालतू पशु उद्यान (Pet Park) विकसित करने की भी योजना है।
ओवला-मजीवड़ा विधानसभा क्षेत्र में कब्रिस्तानों के जीर्णोद्धार और सौंदर्यीकरण के लिए राज्य सरकार की ओर से 50 करोड़ रुपये की निधि उपलब्ध कराई गई है। इसी कार्य के अंतर्गत माजीवाड़ा गांव स्थित कब्रिस्तान के पुनर्विकास के दौरान पालतू पशुओं के लिए अलग श्मशान घाट भी तैयार किया गया है।
उद्घाटन समारोह में पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष संजय भोईर, अतिरिक्त आयुक्त प्रशांत रोडे, कार्यकारी अभियंता संजय कदम, चिकित्सा अधिकारी डॉ. योगिता धायगुडे, पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. क्षमा शिरोडकर, उप बी. वी. इंजीनियर गव्हाने, तथा पशु मित्र संघ की सोनाली सजनानी समेत अनेक गणमान्य उपस्थित थे।
ठाणे में यह सुविधा एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है, जो पालतू पशुओं के प्रति बढ़ती संवेदनशीलता और शहरी जीवन में उनकी महत्ता को दर्शाती है।
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