नई दिल्ली, 13 जुलाई: राष्ट्रपति ने संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) व 80(3) के तहत चार विशिष्ट व्यक्तित्वों को राज्यसभा में नामित किया है। ये नामांकन पूर्व सदस्यों के सेवानिवृत्त होने के बाद की गई रिक्तियों को भरने हेतु किए गए हैं।
नामांकित सदस्यों में शामिल हैं:
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उज्वल देवराव निकम – प्रसिद्ध सरकारी वकील जिन्होंने 1993 मुंबई बम धमाकों, अजमल कसाब जैसे हाई-प्रोफाइल मामलों में पैरवी की।
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सी. सदानंदन मस्ते – केरल के प्रतिष्ठित समाजसेवी और शिक्षाविद्।
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हर्षवर्धन श्रृंगला – भारत के पूर्व विदेश सचिव और राजनयिक।
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मीना कुमारी जैन – विख्यात इतिहासकार और शिक्षाविद्।
🔍 उज्वल निकम को राज्यसभा में मिली नई भूमिका
उज्वल निकम ने 2024 लोकसभा चुनाव से ठीक पहले भाजपा में प्रवेश कर मुंबई दक्षिण-मध्य सीट से चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें कांग्रेस प्रत्याशी वर्षा गायकवाड से हार का सामना करना पड़ा। अब उन्हें राष्ट्रपति कोटे से राज्यसभा में नामित किया गया है।
निकम की नियुक्ति को भाजपा की ओर से एक रणनीतिक संतुलन के रूप में देखा जा रहा है, जिससे उन्हें उच्च सदन में सक्रिय भूमिका निभाने का अवसर मिलेगा।
🏛️ नामांकन की संवैधानिक प्रक्रिया
भारत के संविधान के अनुच्छेद 80(1)(a) के तहत राष्ट्रपति 12 व्यक्तियों को राज्यसभा में नामित कर सकते हैं, जो कला, साहित्य, विज्ञान, सामाजिक सेवा जैसे क्षेत्रों में विशिष्ट योगदान दे चुके हों। इन चारों नामांकनों को इसी प्रक्रिया के तहत मंजूरी दी गई है।