मीरा-भायंदर के उत्तन इलाके में समुद्र की तेज़ लहरें घरों में घुस गईं, जिससे भारी नुकसान हुआ। मछुआरों के घर सबसे ज़्यादा प्रभावित हुए। विशेषज्ञों ने अतिक्रमण, मैनग्रोव कटाई और शहरीकरण को जिम्मेदार बताया है।
मीरा-भायंदर, 28 जून: मीरा-भायंदर के उत्तन क्षेत्र में समुद्र की तेज़ लहरें अचानक किनारों से टकराईं और आसपास के घरों में घुस गईं। इस घटना में कई घरों का फर्नीचर, इलेक्ट्रॉनिक सामान, अनाज और कपड़े पानी में खराब हो गए। मछुआरों के घर सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार यह केवल ज्वार का असर नहीं, बल्कि मैनग्रोव की कटाई, समुद्र किनारे अवैध भरण और तेजी से हो रहे शहरीकरण का परिणाम है। समुद्र के प्राकृतिक प्रवाह में रुकावट आने से लहरें बदलकर सीधी बस्तियों की ओर मुड़ती हैं।
स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। बिजली आपूर्ति भी एहतियातन रोकी गई। नागरिकों ने स्थायी समाधान और समुद्री सुरक्षा के लिए ठोस नीति की मांग की है। पर्यावरण संरक्षण और तटीय प्रबंधन की सख्त आवश्यकता सामने आई है।