वसई-विरारमुंबई

Uttar Bhartiya Samvad : शिवसेना का ‘उत्तर भारतीय संवाद सम्मेलन’ अभूतपूर्व सफलता के साथ संपन्न, राजनीतिक गलियारे में चर्चा

पालघर: शिवसेना पालघर लोकसभा समन्वयक नवीन दुबे द्वारा आयोजित “उत्तर भारतीय संवाद सम्मेलन” (Uttar Bhartiya Samvad) को स्थानीय लोगों, विशेषकर उत्तर भारतीय समुदाय से भारी समर्थन मिला है। 10 अगस्त, 2024 को नालासोपारा में आयोजित इस कार्यक्रम ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है।

शिवसेना (शिंदे गुट) नालासोपारा द्वारा आयोजित उत्तरभारतीय संवाद कार्यक्रम में उमड़े जनसमूह को देखकर अन्य राजनीतिक पार्टियों की नींद उड़ी हुई है। चुनाव पूर्व हुए इस कार्यक्रम की सफलता ने विरोधी पक्षों के कान खड़े कर दिए हैं। वसई विरार शहर, खासकर नालासोपारा क्षेत्र उत्तर भारतीय बहुल क्षेत्र हैं जहां से गत चुनाव में बीजेपी ने यूपी के मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ को लाकर सीट पर जीत की मुहर लगा ली थी। अब एक बार फिर चुनाव की रणभेरी बजाने वाली है और इसके पूर्व शिवसेना ने उत्तरभारतीय समाज में अपनी पैठ मजबूत करने का एक सफल प्रयास किया है।

Uttar Bhartiya Samvad

बीजेपी को खिसकती नजर आई अपनी राजनीतिक ज़मीन?

यूं तो महाराष्ट्र में महायुती की सरकार है यानि भारतीय जनता पार्टी और शिवसेना शिंदे गुट की संयुक्त सरकार है और वह सफलतापूर्वक सरकार चला भी रहे हैं लेकिन इस बीच नालासोपारा में आयोजित उत्तर भारतीय संवाद सम्मेलन को लेकर यहां पर दो राय देखी गई। कार्यक्रम के ठीक एक दिन पहले भारतीय जनता पार्टी की तरफ से सोशल मीडिया पर यह घोषणा की गई कि यह कार्यक्रम शिवसेना द्वारा आयोजित किया गया है और इसमें महायुति धर्म का कोई हस्तक्षेप नहीं है और ना ही भारतीय जनता पार्टी के लोगों का कार्यक्रम है। जिसके चलते कार्यक्रम के दिन राजनीतिक गलियारे में इसकी अच्छी खासी चर्चा रही और बीजेपी कार्यकर्ताओं में कार्यक्रम को लेकर उहापोह की स्थिति बनी रही लेकिन शाम होते-होते कार्यक्रम स्थल का ग्राउंड छोटा पड़ गया और बहुसंख्यक लोगों ने हाजिरी लगाई।

सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस मैसेज को लेकर दबी जुबान पर लोग कहते हुए देखे जा रहे थे कि वसई विरार भारतीय जनता पार्टी, उत्तर भारतीय वोट बैंक खिसकने से डरी हुई है। जिसको लेकर ऐसा मैसेज जानबूझकर वायरल किया गया जिससे शिवसेना एक इस कार्यक्रम में उत्तरभारतीय समाज सहभागी ना हो और कार्यक्रम फीका पड़ जाए।

फिलहाल उत्तर भारतीय संवाद कार्यक्रम में बहुसंख्यक उत्तर भारतीय समाज के भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने अपनी सहभागिता दर्शाई और बढ़-चढ़कर कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

Uttar Bhartiya Samvad

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उत्तर भारत के वरिष्ठ शिवसेना नेता, पूर्व सांसद संजय निरुपम ने हजारों की संख्या में उपस्थित उत्तर भारतीयों को आश्वस्त करते हुए कहा कि पिछले कई दशकों में स्थानीय शासकों एवं महानगरपालिका के भ्रष्ट अधिकारियों ने भू-माफिया और बिल्डर माफिया से हाथ मिला लिया है और बड़ी संख्या में अनधिकृत निर्माण किए हैं और उत्तर भारतीयों सहित सभी गरीब लोगों को धोखा दिया है और उन्हें अनधिकृत घर बेच दिए हैं l हालाँकि इमारतें अनधिकृत हैं, लेकिन उनमें रहने वाले आम लोग निर्विवाद रूप से अधिकृत भारतीय नागरिक हैं। इसलिए अगर प्रशासन या कोई और इस पर कार्रवाई करने की सोच रहा है तो महायुति के नेतृत्व में मैं और नवीन दुबे देश के आधिकृत नागरिकों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने देंगे .

हम उस इमारत में रहने वाले किसी भी नागरिक को तब तक नुकसान नहीं पहुंचने देंगे जब तक कि अनधिकृत निर्माण के लिए जिम्मेदार स्थानीय शासकों, भ्रष्ट प्रशासनिक अधिकारियों, भू-माफिया और बिल्डर माफिया को जेल में नहीं डाला जाएगा। महायुति सरकार उक्त निर्माणों को अधिकृत कराने का प्रयास कर रही है l नवीन दुबे इस मुद्दे पर पिछले एक साल से लगातार महायुती सरकार के संपर्क में हैं. आगे उन्होंने उपस्थित जनसमुदाय को सरकार की लाडकी बहीण – लाडका भाऊ इस योजना के बारे में पूरी जानकारी देते हुए रक्षाबंधन के दिन हमारी प्रत्येक प्यारी बहन के खाते में 1500/- रुपयोंकी दो किश्तों की रक्कम यानी 3000/- रुपये जमा कराने का आश्वासन दिया।

Uttar Bhartiya Samvad

कार्यक्रम की शुरुआत में आयोजक नवीन दुबे ने वहाँ उपस्थित जनसमुदाय  से कहा कि वसई तालुका में बड़े पैमाने पर और सुनियोजित तरीके से भूमि जिहाद ( लैण्ड जेहाद ) चल रहा है , सारी राजनैतिक मतभेद भूलकर राष्ट्रहित चाहने वाले, सभी समान विचारधारा वाले लोगों को मतभेद दूर रहकर इस मुद्दे पर एकजुट होकर संघर्ष कर आम जनता और सरकार को जागरूक करना बहुत जरुरी है, उन्होंने आगे कहा कि आज उत्तर भारतीयों अपने गांव जाने की ट्रेन पकड़ने के लिए बांद्रा, दादर, छत्रपति शिवाजी टर्मिनस आदि जगहों पर जाना पड़ता है। जिससे अनावश्यक पैसा खर्च होता है और परेशानी होती है। इसलिए उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों को विरार-वसई-नालासोपारा में रुकाने की मांग की है। उन्होंने गणेशोत्सव, होलिकोत्सव आदि त्योहारों के लिए नालासोपारा से कोंकण जाने वाली बसों और ट्रेनों को अधिक संख्या में रवाना करने का भी अनुरोध किया। .

मुख्य मुद्दे और वादे:

  • अनधिकृत निर्माण: पूर्व सांसद संजय निरुपम ने उत्तर भारतीयों को आश्वासन दिया कि महायुति सरकार अनधिकृत निर्माणों को वैध बनाने के प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भू-माफिया और बिल्डर माफिया के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और आम नागरिकों को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जाएगा।
  • लाडकी बहीण लाडका भाऊ योजना: पूर्व सांसद संजय निरुपम और नवीन दुबे ने उपस्थित लोगों को सरकार द्वारा जारी की जा रही  लाडकी बहीण – लाडका भाऊ योजना के बारे में विस्तार से बताया और ख़ुशी व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार रक्षाबंधन के दिन सभी बहनों के खातों में 3000 रुपये जमा करने जा रही है जिससे लोगों में आनंद का संचार होगा।
  • भूमि जिहाद: नवीन दुबे ने वसई तालुका में बड़े पैमाने पर भूमि जिहाद के मुद्दे पर चिंता व्यक्त की और सभी को एकजुट होकर इस मुद्दे पर लड़ने का आह्वान किया।
  • ट्रेन सुविधाएं: उन्होंने उत्तर भारत जाने वाली ट्रेनों को विरार-वसई-नालासोपारा में रोकने की मांग की।
  • त्योहारों के लिए परिवहन: उन्होंने गणेशोत्सव, होलिकोत्सव आदि त्योहारों के लिए कोंकण जाने वाली बसों और ट्रेनों की संख्या बढ़ाने का अनुरोध किया।

कार्यक्रम में उपस्थित:

कार्यक्रम में शिवसेना जिला प्रमुख नीलेश तेंडोलकर, तालुका प्रमुख सुदेश चौधरी, मुंबई उत्तर भारतीय सभा कार्याध्यक्ष जयप्रकाश सिंह, उप जिला प्रमुख जीतेंद्र शिंदे, अजीत खांबे, महिला जिला प्रमुख शीतल कदम, युवा प्रमुख विराज पाटिल, अल्पसंख्यक प्रमुख शाहरुख खान, दिवाकर सिंह, प्रिंस सिंह , उमेश गोवारिकर, सुभाष सावंत, डॉ. दीपक पांडे, डॉ. सूर्यमणि सिंह, एडवोकेट कुसुम पांडे आदि उपस्थित थे और उन्होंने भी अपने विचार व्यक्त किये.

कार्यक्रम में उपस्थित उत्तर भारतीय ,सभी नागरिक, पत्रकार, डॉक्टर्स,इंजिनियर्स,शिक्षक, आदि सभी महानुभावों के साथ ही लोकगीत कलाकारों को आयोजक नवीन दुबे ने धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम का समापन उत्तर भारतीय विशेष व्यंजन लिट्टी चोखा के साथ हुआ।

सफलता के कारण:

  • उत्तर भारतीयों की समस्याओं पर ध्यान: शिवसेना ने उत्तर भारतीयों की समस्याओं को समझा और उनके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने का वादा किया।
  • मजबूत नेतृत्व: नवीन दुबे और संजय निरुपम जैसे नेताओं के नेतृत्व में यह कार्यक्रम बेहद सफल रहा।
  • स्थानीय लोगों का समर्थन: स्थानीय लोगों, विशेषकर उत्तर भारतीय समुदाय ने इस कार्यक्रम को भारी समर्थन दिया।

यह कार्यक्रम शिवसेना के लिए एक बड़ी उपलब्धि है और इसने पार्टी की लोकप्रियता में इजाफा किया है।

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