Maharashtra Politics News: कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधते हुए मंत्री नितेश राणे को धार्मिक उकसावे और विभाजनकारी बयानों के लिए मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की है। उन्होंने सरकार पर प्राथमिक शिक्षा में हिंदी थोपने और इस्लामपुर का नाम बदलने जैसे मुद्दों पर भी गंभीर आपत्ति जताई।
मुंबई, 20 जुलाई: कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने महाराष्ट्र सरकार और मंत्री नितेश राणे पर तीखा हमला बोला है। उन्होंने कहा कि राणे बार-बार ऐसे बयान दे रहे हैं जो हिंदू-मुस्लिम समुदायों के बीच नफरत फैलाने का काम कर रहे हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान वर्षा गायकवाड़ ने राणे के “मदरसों को आतंकवाद की फैक्ट्री” कहने वाले बयान को संविधान विरोधी और मंत्री पद की गरिमा के खिलाफ बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से मांग की कि नितेश राणे को मंत्रिमंडल से तुरंत हटाया जाए।
गायकवाड़ ने कहा, “अगर मुख्यमंत्री चुप रहते हैं, तो यह उनकी सहमति मानी जाएगी।” उन्होंने आरोप लगाया कि राणे बार-बार एक विशेष समुदाय को निशाना बना रहे हैं और उनके भाषणों में भड़काऊ भाषा का इस्तेमाल हो रहा है।
इसके साथ ही कांग्रेस नेता ने राज्य सरकार पर प्राथमिक शिक्षा में हिंदी थोपने और इस्लामपुर का नाम बदलने जैसे फैसलों को भी मराठी अस्मिता और सामाजिक सौहार्द के खिलाफ बताया।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र की मातृभाषा मराठी है और शिक्षा उसी में होनी चाहिए। नाम बदलने की राजनीति का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि “यह समाज को बांटने और असली मुद्दों से ध्यान हटाने की चाल है।”
प्रेस वार्ता के दौरान गायकवाड़ ने संभाजी भिडे और उनके संगठन शिव प्रतिष्ठान पर भी निशाना साधा और उनकी विचारधारा को आरएसएस और भाजपा के नजदीक बताया, जिसे उन्होंने “मनुवादी सोच” करार दिया।
कांग्रेस ने साफ किया कि वह हर तरह की सांप्रदायिक राजनीति का विरोध करेगी और संविधान की रक्षा के लिए मजबूती से खड़ी रहेगी।
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