वसई में मूसलाधार बारिश के चलते जनजीवन प्रभावित हुआ है। इस संकट की घड़ी में विधायक स्नेहा दुबे पंडित ने स्वयं मैदान में उतरकर राहत कार्यों का निरीक्षण किया और समय रहते गर्भवती महिला की जान बचाकर मिसाल कायम की।
वसई, 20 अगस्त: वसई और इसके आस-पास के क्षेत्रों में बीते कुछ दिनों से मूसलाधार बारिश का सिलसिला जारी है, जिससे सामान्य जनजीवन पर व्यापक असर पड़ा है। सड़कें जलमग्न हो चुकी हैं, कई इलाकों में जलभराव की स्थिति है और कुछ जगहों पर कच्चे मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। भारतीय मौसम विभाग ने आगामी 2-3 दिनों के लिए और भीषण वर्षा का अलर्ट जारी किया है। इस स्थिति में प्रशासनिक तंत्र और जनप्रतिनिधियों की सक्रियता अत्यंत आवश्यक हो गई है।
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विधायक स्नेहा दुबे पंडित की सक्रिय भूमिका
बारिश की विकट परिस्थितियों को देखते हुए विधायक स्नेहा दुबे पंडित ने दिनांक 19 अगस्त को सुबह 8 बजे से रात 10 बजे तक वसई रोड मंडल, वसई शहर मंडल, वसई पश्चिम मंडल सहित कई प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया। उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और नागरिकों से सीधे संवाद कर उनकी समस्याएं सुनीं। इस दौरान वसई में एक आवास ढहने की सूचना पर वे तुरंत घटनास्थल पर पहुंचीं और प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए। प्रभावित परिवारों को त्वरित सहायता उपलब्ध कराई गई।
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गर्भवती महिला को समय पर मिली सहायता, बची दो जिंदगियां
निरीक्षण के दौरान निर्मल मलई पाड़ा क्षेत्र में एक भावुक कर देने वाली घटना घटी। भारी बारिश में एक रिक्शा पानी में फंस गया, जिसमें एक गर्भवती महिला सारिका मौजूद थीं। जैसे ही यह सूचना विधायक को प्राप्त हुई, वे बिना देर किए स्वयं घटनास्थल पर पहुँचीं। अपनी टीम के सहयोग से उन्होंने महिला को बाहर निकाला और तुरंत सर डी.एम. पेटीट अस्पताल, वसई गांव में भर्ती कराया। चिकित्सकीय देखरेख में महिला ने एक स्वस्थ कन्या शिशु को जन्म दिया। विधायक स्नेहा दुबे पंडित की तत्परता और मानवीय दृष्टिकोण ने दो जीवनों को बचाया।
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प्रशासन के साथ समन्वय और सेवा भावना का उदाहरण
इस संपूर्ण दौरे के दौरान विधायक स्नेहा दुबे पंडित के साथ वसई-विरार महानगरपालिका के आयुक्त मनोजकुमार सूर्यवंशी, अतिरिक्त आयुक्त संजय हेरवाडे, कार्यकारी अभियंता प्रदीप पाचंगे, अग्निशमन दल के अधिकारी चेतन चिपलूणकर, और भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद थे। विधायक ने स्पष्ट शब्दों में कहा,“जनता के सुख-दुख में सहभागी होना ही सच्ची जनसेवा है। संकट की घड़ी में लोगों को हिम्मत देना और मदद का हाथ बढ़ाना मेरा कर्तव्य है।” उनकी यह सेवा भावना और नेतृत्व क्षमता, विशेषकर आपदा की स्थिति में, प्रेरणा देने वाली है।
संघर्षकन्या विधायक स्नेहा दुबे पंडित की यह पहल केवल एक राहत कार्य नहीं, बल्कि जनप्रतिनिधि के कर्तव्यबोध और संवेदनशीलता का परिचायक है। बारिश और आपदा की इस घड़ी में उनका जमीनी स्तर पर उतरकर काम करना जनमानस के लिए एक मजबूत संदेश है कि सच्ची सेवा केवल शब्दों से नहीं, कर्मों से होती है।
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