जांच में सामने आया है कि आरोपी रवींद्र यादव के बैंक खाते से पुलिस ने 4 लाख रुपये जब्त किए हैं। यह वही रकम है जो टिकट कंफर्म करवाने के एवज में उसने वसूली थी। आरोपी बिना किसी अधिकृत अनुमति के अपना एक नेटवर्क बनाकर अवैध रूप से यह धंधा चला रहा था।
आरपीएफ और ओशिवरा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में यह मामला सामने आया है। ओशिवरा पुलिस ने बताया कि आरोपी खुद को रेलवे से जुड़ा बताता था और लोगों को यह विश्वास दिलाता था कि वह वीआईपी कोटा में टिकट कंफर्म करवा सकता है।
सूत्रों के अनुसार, जांच में यह भी सामने आया है कि वह कई बार वरिष्ठ डीआरएम, एसीएम और रेलवे बोर्ड के अधिकारियों का नाम लेकर टिकट एजेंटों को फंसाता था। मामले की छानबीन के दौरान आरोपी के पास से टिकटों से जुड़े कई दस्तावेज भी मिले हैं।
रेलवे अधिकारियों के नाम के दुरुपयोग से यह पूरा फर्जीवाड़ा अंजाम दिया जा रहा था, जिससे रेलवे की छवि को भी नुकसान पहुंचा है। फिलहाल आरोपी से पूछताछ जारी है और पुलिस को शक है कि इस नेटवर्क में और भी लोग शामिल हो सकते हैं। पुलिस इस पूरे गिरोह की परतें खोलने की कोशिश कर रही है।