महाराष्ट्र सरकार का बड़ा फैसला: ईडब्ल्यूएस विद्यार्थियों के लिए मेडिकल शिक्षा में फीस नियमों में संशोधन
महाराष्ट्र सरकार ने आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के विद्यार्थियों के लिए एक अहम निर्णय लिया है, जिससे मेडिकल शिक्षा में प्रवेश लेने वाले हजारों विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी। अब इन विद्यार्थियों को फीस भरने को लेकर पहले जैसी मुश्किलों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
महायुती सरकार द्वारा किए गए इस फैसले के तहत, जो विद्यार्थी राजर्षी छत्रपती शाहू महाराज शिक्षण शुल्क शिष्यवृत्ती योजना का लाभ उठा रहे हैं, उन्हें अब प्रवेश के समय केवल 50 प्रतिशत फीस ही भरनी होगी। शेष राशि सरकार द्वारा शिष्यवृत्ती के रूप में उनके बैंक खातों में जमा होने के बाद कॉलेज में जमा की जाएगी।
इस निर्णय से उन विद्यार्थियों को बड़ी राहत मिलेगी, जो फीस के कारण शिक्षा में किसी प्रकार का नुकसान झेलने के लिए मजबूर हो सकते थे। फीस भरने के नियमों में इस बदलाव से विद्यार्थियों पर आर्थिक बोझ कम होगा और उनके माता-पिता की चिंताएं भी कम होंगी। अब विद्यार्थी आसानी से अपनी पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित कर सकेंगे, बिना किसी वित्तीय दबाव के।
सरकार का यह कदम शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थियों के हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है, जिससे उनकी शिक्षा में किसी प्रकार का खंड नहीं पड़ेगा। इस निर्णय का स्वागत पूरे राज्य में हो रहा है और इसे विद्यार्थियों के भविष्य के लिए एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है।