जाली दस्तावेज बनाकर स्टेट बैंक को लगाया चूना (Fraud) , आरोपी परवेज शाह गिरफ्तार.
मुंबई मृत डॉक्टर के खाते से एक करोड़ 29 लाख का चूना लगाने वाले बैंक कर्मचारी को गोरेगॉव पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिसने एक बंगाली डॉक्टर के खाते से जाली दस्तावेजों के आधार पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के गोरेगॉव शाखा से करोड़ों का चूना अलग अलग खातों में पैसे भेजकर लगाया है.
मामले में बैंक कर्मचारी को गिरफ्तार किया है.आरोपी का नाम परवेज शाह है वह 2014 में पीवीसी कॉन्ट्रैक्ट के तहत बैंक में कार्यरत था. गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट ने उसे पुलिस हिरासत में भेज दिया है. बैंक के अन्य
साथियों की तलाश कर रही है.
गोरेगॉव सीनियर पीआई दत्तात्रय थोपते के अनुसार शिकायतकर्ता स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का मुख्य प्रबंधक के पद पर कार्यरत है। बैंक मैनेजर ने जनवरी महीने में साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई थी। उस आवेदन पर गोरेगांव पुलिस ने जांच शुरू की। पिछले साल बैंक की विजिलेंस टीम को एक टिप मिली थी। फर्जी दस्तावेजों के जरिए किसी अज्ञात व्यक्ति ने फर्जी अकाउंट बना लिया। इंटरनेट और मोबाइल बैंकिंग का उपयोग कर ओवर ड्राफ्ट खाते से 1 करोड़ 29 लाख रुपये निकाले गए। पता चला कि धोखाधड़ी की राशि चांदीवली, मरोल, पवई में एक निजी बैंक खाते में जमा की गई थी।
इस मामले में शक होने पर बैंक ने खाता धारक के खाते की जानकारी मांगी। बैंक ने तुरंत उस खाते को फ्रीज कर दिया, जिसमें रकम जमा की गई थी। जांच में यह पता चला कि जून के महीने में, बैंक को केवाईसी के लिए एक आवेदन प्राप्त हुआ। बैंक ने उस खाताधारक को इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा मुहैया कराई थी। केवाईसी अपडेट के बाद उस खाते से 91 लाख रुपये निकाल कर विभिन्न 11 खातों में जमा करा दिये गये. साथ ही 38 लाख रुपए भी बैंक के ऐप्स का इस्तेमाल कर दूसरे खाते में ट्रांसफर किए गए।
शक होने पर बैंक ने पूछताछ की पता चला कि खाता धारक डॉक्टर पाल की 2014 में मौत हो गई थी। साथ ही वह खाता बंद नहीं हुआ था। उस खाते में ब्याज जमा हो रहा था। इस घटना के बाद बैंक ने जांच शुरू की। बैंक प्रशासन ने सीसीटीवी फुटेज की जांच की तो फर्जीवाड़ा सामने सामने आया. पुलिस ने मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू की.पुलिस ने बताया कि आरोपी परवेज शाह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया में कार्यरत था उसे मालूम था कि डॉक्टर पाल की मौत हो गई है.उसी का फायदा उठाकर आरोपी ने यह प्लान तैयार किया.