भायंदर पुलिस ने 20 एकड़ जमीन पर जाली दस्तावेज बनाकर कब्जा करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया। तीन आरोपी गिरफ्तार हुए। पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक के मार्गदर्शन में टीम ने सफल कार्रवाई की।
भायंदर, 13 सितंबर: भायंदर पुलिस ने एक बड़े भूमि धोखाधड़ी मामले में कार्यवाही करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया। शिकायतकर्ता मनीष धरणीधर शाह ने बताया कि उनके पिता द्वारा खरीदी गई जमीन का जालसाजी के माध्यम से गलत तरीके से कब्जा किया गया।
-
शिकायत और धोखाधड़ी के तथ्य
शिकायत के अनुसार, मनीष धरणीधर शाह के पिता धरणीधर खिमचंद शाह ने वर्ष 1978 में 20 एकड़ 35 गुंठा जमीन खरीदी थी। शिकायतकर्ता को जमीन का वैध उत्तराधिकारी घोषित किया गया।
हालाँकि, आरोपियों ने शिकायतकर्ता के नाम और उसके पिता के संक्षिप्त नाम का गलत इस्तेमाल करते हुए जाली दस्तावेज बनाए, जिनमें भूमि अधिकार पत्र और अन्य कानूनी दस्तावेज शामिल थे। इसके आधार पर जमीन पर अवैध कब्जा और बिक्री के प्रयास किए गए।
-
आरोपियों के नाम और गिरफ्तारी
पुलिस ने मामले की जांच में तीन प्रमुख आरोपियों की पहचान की:
-
धर्मेशभाई केशवजी शाह– सूरत, गुजरात
-
विनुभाई पोपटभाई रवानी – सूरत, गुजरात
-
अमृतभाई प्रेमजीभाई रमानी – सूरत, गुजरात
धर्मेशभाई केशवजी शाह को 12 सितंबर को मीरा रोड पूर्व क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया। अन्य दो आरोपियों की गिरफ्तारी प्रक्रिया जारी है।
भायंदर पुलिस ने ऑनलाइन मोबाइल धोखाधड़ी गिरोह का किया पर्दाफाश, दो गिरफ्तार
-
आपराधिक धारा और कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तार किए गए आरोपियों के खिलाफ काशिमीरा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज की गई, भारतीय दंड संहिता धारा 418, 336, 338, 350, 345 और जाली दस्तावेज़ और धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया।
-
पुलिस की जांच और टीम
जांच के दौरान पुलिस ने गहन और विस्तृत जांच की, जिससे आरोपियों की संलिप्तता प्रमाणित हुई। इस कार्रवाई का नेतृत्व सहायक पुलिस निरीक्षक विनायक पनमंद, पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तत्रेय शिंदे, पुलिस उपायुक्त राहुल चव्हाण के मार्गदर्शन में किया गया।
-
नागरिकों के लिए संदेश
पुलिस ने आम नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी जाली दस्तावेज या धोखाधड़ी लिंक के शिकार न हों और सावधानीपूर्वक अपने भूमि एवं वित्तीय दस्तावेजों की सुरक्षा करें। भायंदर पुलिस की यह कार्रवाई भूमि और संपत्ति धोखाधड़ी रोकने में महत्वपूर्ण कदम है। गिरफ्तारी और जाँच से इलाके में कानून की गंभीरता को दर्शाया गया।
नितेश राणे का आदित्य ठाकरे पर विवादित बयान, शिवसेना (उद्धव गुट) में आक्रोश