मुंबई: आगामी मुंबई महानगरपालिका (BMC Election 20215) चुनाव से पहले कांग्रेस ने बड़ा राजनीतिक फैसला लेते हुए घोषणा की है कि पार्टी इस बार चुनाव अपने दम पर लड़ेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रभारी रमेश चेन्निथला ने मुंबई में आयोजित महत्वपूर्ण कांग्रेस शिविर के दौरान यह अधिकृत ऐलान किया।
कांग्रेस के इस फैसले ने राजनीतिक हलकों में हलचल मचा दी है और महाविकास अघाड़ी (MVA) में संभावित दरार की चर्चा तेज हो गई है।
स्थानीय कार्यकर्ताओं की मांग — वर्षा गायकवाड़
मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष वर्षा गायकवाड़ ने कहा कि यह निर्णय स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं की प्रबल इच्छा के बाद लिया गया है।
उन्होंने कहा:
“स्थानीय कार्यकर्ताओं और नेताओं की इच्छा थी कि बीएमसी चुनाव अपने दम पर लड़ा जाए। इसलिए पूरी मुंबई कांग्रेस ने यह प्रस्ताव पार्टी नेतृत्व को भेजा था, जिसे अब मंजूरी मिल गई है।”
गायकवाड़ ने बताया कि मुंबई कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, जिला अध्यक्षों और पदाधिकारियों ने भी इसी रुख का समर्थन किया।
अन्य दलों के लिए दरवाजे खुले — गायकवाड़
भले ही कांग्रेस ने अकेले चुनाव लड़ने की घोषणा कर दी है, लेकिन पार्टी ने अन्य सहयोगी दलों के लिए बातचीत की गुंजाइश खुली रखी है।
वर्षा गायकवाड़ ने कहा:
“हम कुछ दलों से बातचीत करेंगे, जो हमारे साथ आना चाहते हैं। विशेष रूप से शरद पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के साथ हमारा स्वाभाविक गठबंधन रहा है। इसलिए उनसे भी संवाद जारी रहेगा।”
MVA में हलचल
कांग्रेस के इस कदम से महाविकास अघाड़ी (MVA) के भीतर असहमति की स्थिति पैदा हो गई है। चुनाव नजदीक हैं, ऐसे में गठबंधन के समीकरणों में बदलाव से राजनीतिक तापमान बढ़ने के आसार हैं।
वहीं, कांग्रेस का कहना है कि वह मजबूत संगठन, स्थानीय मुद्दों और कार्यकर्ताओं की ताकत पर भरोसा रखते हुए अकेले चुनाव लड़ने का इरादा रखती है।
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