Boisar News: विधायक विलास तारे ने खाचोंटे टोल प्लाजा पर सड़कों की खराब हालत, भीड़ और टोल वसूली को लेकर प्रशासन पर कड़ा विरोध जताया।
पालघर, 1 जुलाई : मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय महामार्ग क्रमांक 2010 पर खाचोंटे टोल प्लाजा पर भीषण ट्रैफिक और बदहाल सड़कों को लेकर बोईसर के विधायक विलास तारे ने सोमवार को आक्रामक रुख अपनाया। उन्होंने टोल प्लाजा पर खुद पहुंचकर दो घंटे तक यातायात व्यवस्था संभाली और टोल प्रबंधन को आड़े हाथों लिया।
विधायक तारे ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जब टोल लिया जा रहा है तो नागरिकों को सुविधाएं भी मिलनी चाहिए। टोल प्लाजा पर 500 मीटर से ज्यादा कतार होने पर टोल माफ करने का नियम है, लेकिन यहां रोजाना घंटों तक गाड़ियां लाइन में खड़ी रहती हैं।
• सड़कें बनी मौत का फंदा
विधायक तारे ने बताया कि पालघर जिले के सासुपाड़ा, वसई से लेकर अछाद (तलासरी) तक सड़क की हालत बेहद खराब है। जगह-जगह गहरे गड्ढे हैं, जिससे हर दिन दुर्घटनाएं हो रही हैं। बीते एक साल में 179 लोगों की जान जा चुकी है। उन्होंने कहा, “यह दुर्घटना नहीं, बल्कि प्रशासन और टोल प्रबंधन की लापरवाही का परिणाम है।”
• टोल है, लेकिन सुविधा नहीं
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के नियमों के अनुसार टोल प्लाजा पर वाहनों को 10 मिनट से अधिक नहीं रुकना चाहिए, लेकिन यहां ड्राइवरों को एक से दो घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। इसके बावजूद उनसे टोल वसूला जाता है। तारे ने इसे “स्पष्ट अन्याय और जनता से धोखा” बताया।
• विरोध की चेतावनी
विधायक तारे ने चेतावनी दी कि यदि टोल वसूली जारी रही और सड़क मरम्मत, सुविधाओं में सुधार नहीं हुआ, तो शिवसेना कार्यकर्ताओं के साथ वे सड़क पर उतरकर आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा, “हम विकास के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन विकास के नाम पर जनता को लूटना स्वीकार नहीं।”
• स्थानीय लोगों की नाराजगी
स्थानीय नागरिकों और यात्रियों ने भी विधायक के रुख का समर्थन करते हुए कहा कि टोल पर लंबी कतारें, गड्ढेदार सड़कें और कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं होने से रोजाना परेशानी झेलनी पड़ती है।
विधायक विलास तारे का यह विरोध उस आम नागरिक की आवाज बनकर उभरा है जो हर दिन इन असुविधाओं से गुजर रहा है। अब देखना होगा कि प्रशासन और टोल प्रबंधन इस चेतावनी को कितनी गंभीरता से लेते हैं।
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