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साइबर पुलिस की बड़ी सफलता: ₹96,000 की ठगी की रकम पीड़िता को वापस दिलाई

साइबर पुलिस ने ₹96,000 की ठगी की रकम लौटाई
साइबर पुलिस ने ₹96,000 की ठगी की रकम लौटाई

ठाणे साइबर पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए मीराभाईंदर निवासी महिला से हुई ₹96,000 की ऑनलाइन ठगी की पूरी रकम वापस दिलाई। पुलिस ने नागरिकों को सतर्क रहने, अज्ञात कॉल व संदेश पर भरोसा न करने और ठगी की स्थिति में तुरंत शिकायत करने की अपील की।

मुंबई, 11 सितंबर: मीराभाईंदर-वसई विरार पुलिस आयुक्तालय की साइबर पुलिस ने ऑनलाइन ठगी के एक मामले में ₹96,000 की ठगी की रकम वापस दिलाकर बड़ी सफलता हासिल की।

  • मामला क्या था?

काशीगांव पुलिस स्टेशन क्षेत्र की रहने वाली शिकायतकर्ता घाड़गे को एक अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर यह कहा कि उनके रिश्तेदार ने उनके खाते में पैसे भेजे हैं। इसी दौरान एक फर्जी एसएमएस भी आया, जिसमें पैसे जमा होने का झूठा संदेश था।

आरोपी ने ज्यादा पैसे भेजे जाने का बहाना बनाकर शेष रकम वापस भेजने के लिए मोबाइल नंबर दिया। बिना जांच किए शिकायतकर्ता ने बताए गए अकाउंट में पैसे भेज दिए। बाद में खाते की जांच करने पर पता चला कि कोई भी पैसा जमा नहीं हुआ और वे ठगी की शिकार हो गईं।

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  • त्वरित कार्रवाई

पीड़िता ने तुरंत साइबर पुलिस से संपर्क किया और NCCRP पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज कराई। जांच में पता चला कि ठगी की रकम संदिग्ध बैंक खाते में जमा की गई है। पुलिस ने पीड़िता को अदालत में याचिका दायर करने का सुझाव दिया। अदालत ने विस्तृत रिपोर्ट के आधार पर रकम वापसी का आदेश दिया।

  • ठगी की रकम की वापसी

साइबर पुलिस ने बैंकों और अदालत से लगातार समन्वय करते हुए ₹96,000 की ठगी की रकम पीड़िता के खाते में वापस दिलाई। प्रतीकात्मक रूप से चेक पीड़िता के पति को सौंपा गया।

  • नागरिकों के लिए सावधानियां

साइबर पुलिस ने अपील की है कि नागरिक अज्ञात कॉल या मैसेज पर विश्वास न करें, बैंक संदेशों की सत्यता पहले जांचें, व्यक्तिगत और बैंकिंग जानकारी किसी को न दें, किसी भी अज्ञात लिंक या एप डाउनलोड करने से बचें, ऑनलाइन ठगी होते ही तुरंत बैंक और पुलिस से संपर्क करें।

शिकायत कैसे करें?

  • राष्ट्रीय साइबर क्राइम पोर्टल: www.cybercrime.gov.in

  • साइबर हेल्पलाइन नंबर: 1930 / 1945

अधिकारियों का मार्गदर्शन

यह कार्रवाई उप-आयुक्त (अपराध) संदीप दोईफोडे और सहायक आयुक्त (अपराध) मदन बल्लाल के मार्गदर्शन में की गई।इस कार्रवाई से न केवल पीड़िता को न्याय मिला बल्कि अन्य नागरिकों के लिए भी यह एक चेतावनी और जागरूकता संदेश है कि साइबर पुलिस हर ठगी पर सख्ती से नजर रखे हुए है।

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