गणेशोत्सव 2025: 6 लाख श्रद्धालुओं ने MSRTC बसों से कोंकण यात्रा की। 5,000 अतिरिक्त बसों से निगम को ₹23.77 करोड़ की आय, सुरक्षित और सुगम सफर का रिकॉर्ड।
मुंबई, 18 सितंबर: इस साल गणेशोत्सव के दौरान मुंबई, ठाणे और पालघर से अपने गृहनगरों की ओर लौटने वाले श्रद्धालुओं की संख्या ने नया रिकॉर्ड बनाया। लगभग 5.96 लाख यात्रियों ने महाराष्ट्र राज्य सड़क परिवहन निगम (MSRTC) की बसों का विकल्प चुना।
परिवहन मंत्री और एमएसआरटीसी के अध्यक्ष प्रताप सरनाईक ने गुरुवार को बताया कि विशेष गणपति सेवाओं से निगम को करीब ₹23.77 करोड़ की आय हुई।
🚍 5,000 अतिरिक्त बसें और 15,388 फेरे
त्योहार की भारी भीड़ को देखते हुए एमएसआरटीसी ने 23 अगस्त से 8 सितंबर तक 5,000 अतिरिक्त बसें चलाईं। इन बसों ने कुल 15,388 फेरे लगाए, जिससे यात्रियों की यात्रा सुगम, सुरक्षित और दुर्घटना-मुक्त रही। अधिकारियों के अनुसार, यह अभियान हाल के वर्षों में सबसे संगठित और व्यापक रहा।
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👮♂️ 10,000 से ज्यादा कर्मचारियों की तैनाती
इस ऑपरेशन में राज्यभर से आए 10,000 से अधिक ड्राइवर, कंडक्टर, मैकेनिकल स्टाफ, सुपरवाइजर और अधिकारी शामिल रहे। मंत्री सरनाईक ने उनके समर्पण की सराहना करते हुए कहा,“कई चुनौतियों के बावजूद कर्मचारियों ने सुनिश्चित किया कि लाखों श्रद्धालु सुरक्षित अपने गाँव और घरों तक पहुँचे। यह एमएसआरटीसी के लिए गर्व का विषय है।”
🚌 आपात स्थिति के लिए स्टैंडबाय बसें
प्रशासन ने किसी भी व्यवधान से बचने के लिए विस्तृत तैयारी की।
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प्रमुख पड़ावों पर वरिष्ठ अधिकारियों ने संचालन पर निगरानी रखी।
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विशेष मरम्मत दल को कोंकण राजमार्गों पर तैनात किया गया।
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चिपलून, महाड और मानगाँव डिपो में 100 स्टैंडबाय बसें आपातकाल के लिए तैयार रहीं।
यात्रियों के लिए इसका मतलब था – कम प्रतीक्षा समय, अधिक बस उपलब्धता और सुरक्षित सफर।
🙏 यात्रियों और सरकार की प्रतिक्रिया
कई यात्रियों ने राहत जताई कि छुट्टियों के दौरान भीड़भाड़ और अव्यवस्था से बचते हुए यात्रा संभव हो पाई। वहीं, अधिकारियों ने इसे एमएसआरटीसी का मील का पत्थर करार दिया।
सरनाईक ने निष्कर्ष में कहा,“15 दिनों में लगभग छह लाख लोगों को सुरक्षित और दुर्घटना-मुक्त यात्रा कराना छोटी उपलब्धि नहीं। यह दर्शाता है कि योजना और समर्पण से बड़े लक्ष्य हासिल किए जा सकते हैं।”