Ghodbunder Road Traffic Jam: घोड़बंदर रोड पर लंबे समय से जारी ट्रैफिक जाम की समस्या से स्थानीय नागरिकों को राहत दिलाने के लिए महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कड़े कदम उठाए हैं। देर रात आयोजित उच्चस्तरीय बैठक में शिंदे ने आदेश दिया कि घोड़बंदर रोड पर अब भारी वाहनों को केवल रात 12 बजे के बाद ही छोड़ा जाएगा।
शिंदे ने साफ निर्देश दिए कि यदि कोई अधिकारी समयसीमा का पालन नहीं करता या रात 12 बजे से पहले भारी वाहन को सड़क पर छोड़ता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए समन्वय समिति के अध्यक्ष एवं ठाणे जिल्हाधिकारी डॉ. श्रीकृष्ण पांचाळ को विशेष जिम्मेदारी सौंपी गई है।
घोड़बंदर रोड के निर्माण कार्य पूरा होने तक ट्रैफिक का कड़ा नियोजन करने के निर्देश ठाणे ट्रैफिक डीसीपी पंकज शिरसाट को दिए गए हैं। शिंदे ने कहा कि जरूरत पड़ने पर अतिरिक्त मानवबल की व्यवस्था भी की जाए ताकि नागरिकों को यातायात जाम से निजात मिल सके।
बैठक में उपमुख्यमंत्री ने ठाणे जिल्हाधिकारी को निर्देश दिया कि वे ठाणे महानगरपालिका, नवी मुंबई पुलिस आयुक्त, पालघर जिल्हाधिकारी, मीरा-भायंदर पुलिस आयुक्त व महापालिका आयुक्त समेत सभी संबंधित एजेंसियों से समन्वय बनाकर काम करें।
उन्होंने जेएनपीटी से आने वाले ट्रक भी केवल रात 12 बजे के बाद घोड़बंदर रोड पर छोड़ने का आदेश जेएनपीटी के एमडी उन्मेष वाघ को दिया। इसके लिए नवी मुंबई ट्रैफिक डीसीपी श्री काकडे को भी नियोजन की जिम्मेदारी सौंपी गई।
इसी तरह मीरा-भायंदर पुलिस आयुक्त निकीत कौशिक, महापालिका आयुक्त राधाबिनोद शर्मा, पालघर जिल्हाधिकारी इंदुराणी जाखड़ और पालघर एसपी देशमुख को भी फोन पर निर्देश दिए गए कि अहमदाबाद की ओर से आने वाले भारी वाहन भी रात 12 बजे के बाद ही घोड़बंदर रोड पर छोड़े जाएं। इन वाहनों के लिए आच्छाड और चिंचोटी में पार्किंग व्यवस्था की जाएगी।
बैठक में ठाणे मनपा के अतिरिक्त आयुक्त संदीप माळवी, ट्रैफिक डीसीपी पंकज शिरसाट, डीसीपी प्रशांत कदम और “जस्टिस फॉर घोड़बंदर रोड” संगठन के पंकज सिन्हा व गिरीश पाटिल भी मौजूद रहे।
यह कदम घोड़बंदर रोड के नागरिकों को रोजमर्रा की भीषण ट्रैफिक समस्या से राहत दिलाने में अहम साबित हो सकता है।