दहिसर से तलासरी तक राष्ट्रीय राजमार्ग की नई कंक्रीटिंग पर बारिश में गड्ढे हो गए हैं। सतह उखड़ी और कई जगह दरारें आईं। एनएचएआई ने मैस्टिक डामरिंग से मरम्मत का काम शुरू किया है।
वसई,17 जुलाई: मुंबई और अहमदाबाद के बीच राष्ट्रीय राजमार्ग पर कंक्रीटिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है, लेकिन पहली बारिश में ही सड़क की सतह पर कई गड्ढे और दरारें सामने आई हैं। दहिसर और तलासरी के बीच इस मार्ग के कई हिस्से खतरनाक हो गए हैं क्योंकि कंक्रीट के पैनल टूट चुके हैं और सतह पर परतें उखड़ गई हैं।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कंक्रीट की मोटी परत बिछाने के लिए बड़ी परियोजना शुरू की थी, जिसमें 554 करोड़ रुपये खर्च होने थे। हालांकि मानसून से पहले लगभग 35% काम पूरा हो चुका था, लेकिन बारिश में गुणवत्ता की कमी और सतह क्षति के कारण गड्ढे बन गए। तेज गति से चलने वाली गाड़ियाँ इन गड्ढों से टकराकर दुर्घटनाओं का कारण बनी हैं।
मार्ग की मरम्मत के लिए एनएचएआई ने मैस्टिक डामरिंग की तकनीक अपनाई है, जो विशेष रूप से जलरोधी और टिकाऊ होती है। कंक्रीट के गड्ढों को साफ कर मैस्टिक डामर की परत बिछाई जा रही है ताकि पानी का रिसाव रोका जा सके और सड़क सुरक्षित बनी रहे। एनएचएआई के अधिकारियों ने स्वीकार किया है कि कंक्रीटिंग के दौरान पर्यवेक्षण की कमी और अन्य कारणों से गुणवत्ता प्रभावित हुई, परंतु मरम्मत का काम तेज़ी से चल रहा है।
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