Hindi-Marathi Language Controversy: अभिनेत्री केतकी चितले ने मराठी भाषा को लेकर दिए विवादित बयान से महाराष्ट्र में चल रहे भाषा विवाद को और हवा दे दी है। उनके इस बयान से सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है।
मुंबई, 25 जुलाई: महाराष्ट्र में एक बार फिर मराठी बनाम हिंदी भाषा का मुद्दा सुर्खियों में है। इस बार विवाद की वजह बनी हैं अभिनेत्री केतकी चितले, जिनके एक वीडियो बयान ने भाषाई बहस को नई हवा दे दी है।
केतकी ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम अकाउंट पर पोस्ट किए गए वीडियो में कहा, “अगर कोई मराठी नहीं बोले तो क्या छेद हो जाएंगे?”
उन्होंने जबरदस्ती मराठी बोलने को “असुरक्षा की निशानी” बताते हुए कहा कि इससे कोई वास्तविक नुकसान नहीं होता। इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं शुरू हो गईं हैं।
🎯 ठाकरे परिवार पर भी साधा निशाना
वीडियो में केतकी चितले ने ठाकरे परिवार को भी कटघरे में खड़ा किया। उन्होंने सवाल किया: “जो नेता आम जनता से मराठी में शिक्षा लेने की अपील करते हैं, वे अपने बच्चों को इंग्लिश मिशनरी स्कूल में क्यों भेजते हैं?”
केतकी ने दावा किया कि बालासाहेब ठाकरे के पोते जिस स्कूल में पढ़ते हैं वहां ‘पसायदान’ की जगह बाइबिल के भजन गाए जाते हैं। उन्होंने इसे “दोहरे मापदंड” बताते हुए नेताओं से जनता के सामने ईमानदारी और पारदर्शिता की मांग की।
🔄 पुराना विवाद, नया रूप
यह पहली बार नहीं है जब केतकी चितले विवादों में घिरी हैं।
📌 2022 में, उन्होंने शरद पवार के खिलाफ आपत्तिजनक पोस्ट साझा की थी, जिसके चलते उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। हालांकि बाद में उन्हें जमानत मिल गई थी।
अब एक बार फिर उनके भाषा संबंधी बयान से राजनीति और समाज दोनों में हलचल मच गई है। टीवी डिबेट से लेकर ट्विटर तक, हर जगह इस बयान की गूंज सुनाई दे रही है।