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Kisan Andolan – पंजाब-हरियाणा शम्भु बॉर्डर मुठभेड़ में ,एक किसान की मौत,23 घायल

Kisan Andolan : पंजाब-हरियाणा शंभू बॉर्डर पर किसानों और हरियाणा पुलिस के बीच टकराव जारी है। किसान जैसे ही एक कदम आगे बढ़ाते हैं, उन पर एक बार में कम से कम 25 से 30 आंसू गैस के गोले दागे जाते हैं। किसानों ने भी रेत की बोरियों से बंकर बना कर त्रिकोणीय रणनीति बनाई है.

किसान आंदोलन की तस्वीरें देखने के बाद हर किसी के रोंगटे खड़े हो रहे हैं, जो दृश्य सामने आया है , मानो किसानों पर आंसू गैस के गोले नहीं, बल्कि किसी जंगी कार्रवाई में ग्रेनेड से हमला हो रहा है। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर कानूनी गारंटी की मांग को लेकर आठ दिनों से शंभू और खनौरी बॉर्डर डटे किसानों ने बुधवार को दिल्ली कूच का प्रयास किया। जवाब में हरियाणा पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने आंसू गैस के गोले बरसाए और रबड़ की गोलियां भी चलाईं। दो किसान गोली लगने से जख्मी हो गए, जिनमें से बठिंडा के गांव बल्लोंके के युवा शुभकरण (23) की मौत हो गई, जबकि दूसरे किसान संगरूर के नवांगांव के प्रीत पाल सिंह को भी गंभीर चोट आई है। उसे रोहतक पीजीआई में भर्ती किया गया है।

किसानों का दावा है कि शुभकरण की मौत सिर पर रबर बुलेट लगने से हुई है। मुठभेड़ में कुल 23 किसान जख्मी हुए। नौ किसान शंभू बॉर्डर और 14 खनौरी बॉर्डर पर घायल हुए हैं। हरियाणा पुलिस का कहना है कि किसानों ने उन पर तलवारों और भालों से हमला किया। हरियाणा पुलिस की एआईजी मनीषा चौधरी ने कहा कि किसानों ने पराली में मिर्च डाल कर आग जलाई और पंखों से धुआं हमारी ओर कर दिया। इसके बाद पुलिस को ने रबड़ बुलेट्स का इस्तेमाल किया।

शुभकरण को राजिंदरा अस्पताल में डाॅक्टरों ने मृत घोषित किया। अस्पताल के मेडिकल सुपरिंटेंडेंट डॉ. एचएस रेखी के मुताबिक पोस्टमार्टम होने के बाद ही मौत के कारणों का पता चल पाएगा। डॉक्टरों ने सिर पर चोट की पुष्टि की है। संगरूर जिले के दो अन्य किसान सिमरन और जुगराज सिंह भी राजिंदरा अस्पताल में भर्ती हैं। अन्य किसानों को राजपुरा के सरकारी सिविल अस्पताल और पटियाला के सरकारी राजिंदरा अस्पताल में दाखिल कराया कराया गया है।

इससे पहले केंद्र सरकार की तरफ से एमएसपी समेत बाकी मांगों पर बातचीत के लिए किसानों को न्योता दिया। केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा की ओर से किए ट्वीट के बाद किसान नेता सरवण सिंह पंधेर ने साथियों के साथ चर्चा के बाद बातचीत के बारे में निर्णय लेने की बात कही।  इससे किसान आंदोलन में होरहे टकराव टलने की उम्मीद बन गई थी, लेकिन बाद में खन्नौरी बॉर्डर पर हालात बिगड़े और किसानों पर हरियाणा की तरफ से आंसू गैस के गोलों व रबड़ की गोलियां दागने के अलावा पानी की बौछारें मारी गईं। इस दौरान एक किसान की मौत होने की भी सूचना मिली, जिससे किसान भड़क गए।

किसान नेता पंधेर व जगजीत सिंह डल्लेवाल ने शाम को शंभू बार्डर पर एलान कर दिया कि अब ऐसे में सरकार से बातचीत करना उचित नहीं लगता। इसके बाद किसान नेताओं की अगुवाई में बड़ी गिनती में नौजवान बॉर्डर पर आगे बढ़ने लगे। हरियाणा की तरफ से ड्रोन के जरिये आंसू गैस के गोले दागे गए। इससे किसान नेता पंधेर व डल्लेवाल की तबीयत भी बिगड़ गई।

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