महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम शुरू हो चुकी है, लेकिन इस बार सिर्फ भक्ति नहीं, जवाबदेही भी ज़रूरी है। पुलिस ने चेतावनी दी है: अगर जबरन मांगा चंदा, तो सीधे दर्ज होगा खंडणी (हफ्ता वसूली) का केस। मंडलों को चाहिए रजिस्ट्रेशन, अनुमति और नागरिकों की इज्ज़त।
मुंबई, 10 अगस्त: महाराष्ट्र में गणेशोत्सव की धूम शुरू हो चुकी है। गलियों में भक्ति की गूंज के बीच इस बार पुलिस ने एक सख्त संदेश भी जारी किया है। उन्होंने साफ कर दिया है कि जबरन चंदा मांगने वालों के खिलाफ खंडणी (हफ्ता वसूली) का मामला दर्ज किया जाएगा। यह पहली बार है जब त्योहार शुरू होने से पहले ही प्रशासन ने इतने कड़े तेवर दिखाए हैं।
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कागज़ात और अनुमति जरूरी
पुलिस ने कहा है कि हर गणेश मंडल के पास पंजीकरण और नगर निगम की अनुमति अनिवार्य होगी। बिना अनुमति के मंडप लगाना, ध्वनि प्रदूषण नियमों का उल्लंघन करना, और जबरन चंदा वसूली करना गैरकानूनी होगा। नियमों का पालन करने वाले मंडलों को हर तरह का सहयोग दिया जाएगा।
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जबरन चंदा वसूली पर सख्ती
पिछले वर्षों में चंदा मांगने के नाम पर उत्पीड़न और धमकी की घटनाएं बढ़ी थीं। अब पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस प्रकार की हरकतों को सहन नहीं किया जाएगा। धमकी या दबाव बनाने वालों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाएगी। कई शहरों में इसके लिए विशेष टीमें भी बनाई गई हैं।
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गणेशोत्सव: भक्ति के साथ जवाबदेही
गणेशोत्सव केवल पूजा-पाठ नहीं, बल्कि सामाजिक जिम्मेदारी भी है। प्रशासन और पुलिस मिलकर यह सुनिश्चित करेंगे कि त्योहार शांतिपूर्ण, सुरक्षित और नियमबद्ध तरीके से मनाया जाए। जो मंडल नियमों का पालन करेंगे, उन्हें सहयोग मिलेगा। वहीं, नियमों को तोड़ने वालों को सजा भुगतनी पड़ेगी।
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