महाराष्ट्र के परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने विधानसभा में बताया कि राज्य में लगभग 1 लाख स्कूल वाहन हैं, जिनमें से 60,000 अनाधिकृत और कई सुरक्षा मानकों का उल्लंघन कर रहे हैं। केवल पिछले वर्ष 7,206 वाहनों पर ₹4.92 करोड़ का जुर्माना लगाया गया।
मुंबई,17 जुलाई: महाराष्ट्र विधानसभा में परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने चौंकाने वाला खुलासा किया कि राज्य में लगभग 60% स्कूल वैन और बसें अवैध रूप से चल रही हैं। कुल एक लाख में से करीब 60,000 वाहन बिना परमिट, फिटनेस सर्टिफिकेट, बीमा और आवश्यक सुरक्षा उपायों के चलाए जा रहे हैं। मुंबई शहर में अकेले ही ऐसी 15,000 वैनें बिना अनुमति काम कर रही हैं। यह बच्चों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा है।
कानून के मुताबिक, हर स्कूल वाहन में प्रथम उपचार किट, फायर एक्सटिंग्विशर, प्रशिक्षित महिला परिचारिका, वैध पंजीकरण और पीयूसी होना ज़रूरी है। मगर, अधिकांश अवैध वाहन इन नियमों की धज्जियाँ उड़ाते हैं। स्कूल बस ओनर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल गर्ग ने राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए पूछा, “ओला-उबर के खिलाफ तुरंत कार्रवाई होती है, लेकिन बच्चों को ढोने वाले इन खतरनाक वाहनों पर क्यों नहीं?”
बीते वर्ष में सिर्फ 7,206 वाहनों पर ₹4.92 करोड़ का जुर्माना लगाया गया, जो राज्यभर में हो रही अवैध गतिविधियों के मुकाबले बेहद कम है। अंबरनाथ में दो नर्सरी बच्चों के चलती वैन से गिरने और अन्य मामलों में छेड़छाड़ व लापरवाही जैसे हादसे भी सामने आए हैं।