Mira-Bhayander News: मीरा-भायंदर में क्लस्टर योजना के कारण पुरानी इमारतों का पुनर्विकास अटका हुआ है।एमबीएमसी ने प्रभावित इमारतों को अलग से पुनर्विकास की अनुमति देने के लिए सरकार को दो प्रस्ताव भेजे। नागरिकों में नाराजगी, सत्र में फैसला संभावित।
भायंदर, 1 जुलाई : मीरा-भायंदर में लागू क्लस्टर योजना अब पुरानी इमारतों के पुनर्विकास में बड़ी रुकावट बन गई है। इस योजना के चलते जिन इमारतों को क्लस्टर में शामिल किया गया है, उन्हें अलग से पुनर्विकास की इजाजत नहीं है। इससे नागरिकों में नाराजगी बढ़ रही है।
क्लस्टर योजना को तीन साल पहले मंजूरी मिली थी और 24 स्थानों पर इसे लागू करने की योजना बनाई गई है। पहले चरण में 7 क्षेत्रों को प्राथमिकता दी गई है, लेकिन काम धीमी गति से हो रहा है। कुछ सोसायटी इस योजना में शामिल नहीं होना चाहतीं, क्योंकि उनकी इमारतों की उम्र और स्थिति अलग-अलग है।
इस वजह से एमबीएमसी ने शहरी विकास विभाग को दो बार प्रस्ताव भेजा है कि क्लस्टर योजना में आने वाली इमारतों को भी अलग से पुनर्विकास करने की अनुमति दी जाए। लेकिन अभी तक सरकार की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है।
इस मुद्दे को लेकर राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है। भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता ने क्लस्टर योजना को रद्द करने की मांग की है और मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है। वहीं, परिवहन मंत्री प्रताप सरनाईक ने भी प्रमुख सचिव के साथ बैठक कर क्लस्टर में शामिल इमारतों को अलग पुनर्विकास की अनुमति देने की मांग की है।
उम्मीद की जा रही है कि आने वाले विधानसभा सत्र में इस पर अंतिम फैसला लिया जाएगा।
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