मीठी नदी सफाई घोटाले में ED ने 8 ठिकानों पर छापा मारा और 47 करोड़ की संपत्ति जब्त की। BMC के इंजीनियर और ठेकेदारों की मिलीभगत सामने आई।
मुंबई, 2 अगस्त: मुंबई की मीठी नदी की सफाई के नाम पर हुए लगभग ₹65 करोड़ के घोटाले की जांच में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने जोरदार कार्रवाई करते हुए 47 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति जब्त कर ली है। यह छापेमारी 31 जुलाई को मुंबई के 8 स्थानों पर की गई थी।
🧾 किन पर हुई कार्रवाई?
जांच के दौरान BMC (मुंबई महानगरपालिका) के वरिष्ठ इंजीनियर और ठेकेदारों की मिलीभगत के प्रमाण सामने आए हैं। जिन कंपनियों पर ईडी ने छापा मारा, उनमें शामिल हैं:
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Acute Designs
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Kailash Construction
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Nikhil Construction
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N.A. Construction
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J.R.S Infrastructure
इनके अलावा BMC के वरिष्ठ इंजीनियर प्रशांत कृष्ण तायशेटे की भूमिका भी जांच के दायरे में है।
🔍 क्या मिला ईडी को?
छापेमारी में ईडी को:
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नकद लेनदेन से जुड़े दस्तावेज़
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डिजिटल रिकॉर्ड्स
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संपत्ति और निवेश से संबंधित दस्तावेज़
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अवैध फंड ट्रांसफर के प्रमाण
मिले हैं। यह जांच आजाद मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज केस के आधार पर की जा रही है।
📈 अब तक की रिकवरी
अब तक ईडी ने इस मामले में लगभग ₹49.8 करोड़ की संपत्ति जब्त कर ली है। सूत्रों के मुताबिक, आगे और कई खुलासे हो सकते हैं और कुछ और अधिकारी और ठेकेदारों की भी भूमिका उजागर हो सकती है।