ठाणे में MNS का ट्रैफिक मार्च: अविनाश जाधव ने चेतावनी दी कि रात 12 बजे से पहले सड़क पर भारी वाहन दिखाई दिए तो उन्हें तोड़ा जाएगा, जनता की परेशानी उजागर होगी।
मुंबई, 16 सितंबर: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) ने ठाणे के लगातार बढ़ते ट्रैफिक जाम और दिन के समय भारी वाहनों की अवैध आवाजाही को लेकर राज्य प्रशासन पर निशाना साधा है। 20 सितंबर को पार्टी ‘ट्रैफिक मार्च मोर्चा’ का आयोजन ठाणे नगर निगम के बाहर करेगी, जिसका नेतृत्व MNS नेता अविनाश जाधव करेंगे। इस कदम का उद्देश्य उन नागरिकों की परेशानियों और निराशा को उजागर करना है, जो प्रतिदिन जाम में फंसते हैं।
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MNS की कड़ी चेतावनी
अविनाश जाधव ने मीडिया से बात करते हुए अधिकारियों और उल्लंघन करने वालों को चेतावनी दी। उन्होंने कहा, “अगर ये ट्रक रात 12 बजे से पहले सड़क पर दिखाई दिए, तो MNS कार्यकर्ता इन्हें तोड़ देंगे।” उन्होंने स्पष्ट किया कि पार्टी उपमुख्यमंत्री के आदेशों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगी। जाधव ने कहा कि परिवहन मंत्री के पिछले आदेशों के बावजूद भारी वाहन लगातार सड़क पर हैं और प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की। उन्होंने सुझाव दिया कि कुछ अधिकारियों को इस असफलता के लिए निलंबित किया जाना चाहिए।
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जनता की परेशानी को दिखाने के लिए मार्च
जाधव ने मार्च को आम जनता की निराशा को प्रदर्शित करने वाला बताया। उन्होंने कहा, “हम यह ट्रैफिक मार्च इसलिए निकाल रहे हैं ताकि ठाणे के बढ़ते ट्रैफिक की समस्या को उजागर किया जा सके। यह तुरंत समाधान नहीं लाएगा, लेकिन आम आदमी की आवाज़ को बुलंद करेगा। राज ठाकरे ने मुझे उनकी आवाज़ बनने का मौका दिया है, और मैं ठाणे के लोगों के सामने उनकी आवाज़ बनकर बोलूंगा। जल्दी या देर से, हम ठाणे के लोगों को इस ट्रैफिक जाम से बाहर निकालेंगे।”
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CCTV निगरानी नाकाफी, MNS का आरोप
जहां ठाणे ट्रैफिक पुलिस ने CCTV कैमरों से निगरानी बढ़ाई है, जाधव ने इसे प्रभावहीन बताया। उन्होंने कहा, “कोई असली निगरानी नहीं है, केवल जुर्माना वसूलने का काम हो रहा है। भारी वाहन बार-बार लेन ब्लॉक करते हैं और जाम पैदा करते हैं, फिर भी उन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। जब सरकार खुद नियमों का पालन नहीं करती, तो सिर्फ नागरिकों को क्यों मजबूर किया जाए?”
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ट्रैफिक समस्या बनी गंभीर मुद्दा
ठाणे के नागरिक लंबे समय से ट्रैफिक जाम और भारी वाहनों की आवाजाही से परेशान हैं। MNS की यह कार्रवाई और प्रशासन की निष्क्रियता इस समस्या को और बढ़ा रही है। आगामी मार्च से यह संदेश जाएगा कि जनता स्थायी समाधान की मांग कर रही है, न कि सिर्फ अस्थायी उपायों की।
MNS की यह पहल ठाणे में ट्रैफिक सुधार की आवश्यकता और जनता की बढ़ती बेचैनी को उजागर करती है, जो प्रशासन पर तुरंत कार्रवाई का दबाव बनाएगी।
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