मुंबई के CSMT मेट्रो स्टेशन पर “कोटक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस” नाम को लेकर शिवसेना (UBT) ने विरोध दर्ज किया। कार्यकर्ताओं ने स्टेशन के बाहर प्रदर्शन कर ‘कोटक’ शब्द ढक दिया। पुलिस ने 16 लोगों पर केस दर्ज किया है।
मुंबई, 4 अगस्त: मुंबई के CSMT मेट्रो स्टेशन पर “कोटक छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस मेट्रो” नामकरण को लेकर शिवसेना (उद्धव बाळासाहेब ठाकरे गुट) ने कड़ा विरोध जताया। उनका कहना है कि एक कॉरपोरेट ब्रांड का नाम छत्रपति शिवाजी महाराज जैसे ऐतिहासिक और सम्माननीय नाम से पहले जोड़ना मराठा अस्मिता का अपमान है।
- विरोध स्थल पर गूंजे नारे, ‘कोटक’ शब्द को ढका गया
प्रदर्शन रविवार को स्टेशन के गेट B-2 (केईएम अस्पताल के पास) पर हुआ, जहाँ शिवसेना UBT कार्यकर्ताओं ने “छत्रपति शिवाजी महाराज की जय” और “बीजेपी सरकार मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने स्टेशन के नामपट्ट पर ‘कोटक’ शब्द को सफेद स्टिकर से ढक दिया। यह प्रतीकात्मक विरोध इस बात की तरफ इशारा करता है कि किसी ब्रांड को शिवाजी महाराज के नाम से पहले नहीं रखा जा सकता।
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- पुलिस कार्रवाई: 16 लोगों पर केस दर्ज
प्रदर्शन के दौरान आजाद मैदान पुलिस स्टेशन की टीम पहले से मौजूद थी। पीएसआई खोत और कांस्टेबल प्रकाश लांघी की चेतावनी के बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं माने। इसके बाद मंगेश सावंत, जयवंत नाईक, संतोष घरत, संतोष शिंदे, राजेश हजारे समेत 16 कार्यकर्ताओं पर BNS धारा 223(3)(5) और महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम की धाराएं 68 व 140 के तहत केस दर्ज किया गया।
- यह सिर्फ नाम नहीं, संस्कृति की पहचान का मुद्दा
शिवसेना (UBT) का तर्क है कि ये सिर्फ नामकरण का नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की सांस्कृतिक पहचान और मराठी अस्मिता का सवाल है। कार्यकर्ताओं का मानना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम सर्वोपरि होना चाहिए, न कि किसी प्रायोजक ब्रांड का हिस्सा।
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