Fake Call center Busted in Mumbai : मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच यूनिट 12 ने दहिसर इलाके में एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जो अमेरिकी नागरिकों को ठगने के गोरखधंधे में लिप्त थे।
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि अर्पण अपार्टमेंट में स्थित इस कॉल सेंटर से अमेरिकी नागरिकों को उनके माइक्रोसॉफ्ट विंडोज सॉफ़्टवेयर में समस्या का झांसा देकर ठगा जा रहा है। इसके बाद क्राइम ब्रांच ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रेड कंडक्ट किया और आरोपियों के पास से 6 लैपटॉप, 20 मोबाइल फोन, 2 वाई-फाई राउटर, 6 स्पीकर और करीब 2.41 लाख रुपये का सामान बरामद किया।
आरोपियों की पहचान तिलक जोशी (44), जो इस गिरोह का मुख्य आरोपी है, अमीर रेड्डी (25), जीवन नावरकर (23) और प्रथम सोनावाने (22) के रूप में हुई है।
इस फर्जी कॉल सेंटर के जरिए अमेरिकी नागरिकों को झूठी सूचना दी जाती थी कि उनके कंप्यूटर सॉफ़्टवेयर में समस्या है। कॉल पर खुद को माइक्रोसॉफ्ट प्रतिनिधि बताने वाले ये आरोपी पीड़ितों को टोल-फ्री नंबर पर कॉल करने के लिए कहते थे और फिर बैंक डिटेल्स लेकर उन्हें ठगते थे।
पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ आईटी एक्ट और भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। सभी आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 24 फरवरी तक पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
क्राइम ब्रांच के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस मामले में और भी लोगों के शामिल होने की संभावना है, जिनकी जांच जारी है। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके अन्य संभावित नेटवर्क का पता लगाने का प्रयास कर रही है।
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