मुंबई मेट्रो की येलो लाइन 2बी का पहला चरण लगभग पूरा हो चुका है। 11,000 करोड़ की इस परियोजना से अंधेरी से मानखुर्द तक यातायात में भारी राहत मिलेगी।
मुंबई,4 अगस्त: मुंबई मेट्रो नेटवर्क का विस्तार लगातार जारी है, और इसी दिशा में मेट्रो लाइन 2बी,जिसे येलो लाइन के नाम से जाना जाता है ;अब अपने पहले चरण के समापन के करीब पहुंच चुकी है। यह लाइन अंधेरी के डी.एन. नगर से लेकर मानखुर्द के मंडाले तक कुल 23.64 किलोमीटर लंबी एक पूर्णतः एलिवेटेड कॉरिडोर होगी, जिसमें कुल 20 स्टेशन होंगे। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य पूर्व-पश्चिम मुंबई के बीच तेज़, सुरक्षित और भीड़-रहित सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था उपलब्ध कराना है। येलो लाइन कई प्रमुख इलाकों जैसे बांद्रा, कुर्ला, चेंबूर और मानखुर्द को जोड़कर लाखों यात्रियों को सुविधा पहुंचाएगी।
- पहले चरण की प्रगति और परीक्षण
मेट्रो लाइन 2बी का पहला चरण, जो कि मंडाले से डायमंड गार्डन तक 5.4 किलोमीटर लंबा है और 5 स्टेशन कवर करता है, इस वर्ष अप्रैल 2025 में परीक्षण सेवा (ट्रायल रन) के लिए चालू कर दिया गया था। मुंबई मेट्रो प्राधिकरण का लक्ष्य है कि इस खंड को 2025 के अंत तक आम जनता के लिए खोल दिया जाए। यह हिस्सा मुंबई के पूर्वी उपनगरों में आवागमन को तेज़ी से सुगम बनाएगा, खासकर मंडाले, चेंबूर और आसपास के क्षेत्रों के निवासियों के लिए यह एक बड़ी राहत होगी।
- परियोजना की लागत और भविष्य की योजना
यह मेट्रो परियोजना लगभग ₹10,986 करोड़ की लागत से बनाई जा रही है और इसका पूर्ण संचालन 2026 से 2027 के बीच चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा। मेट्रो लाइन 2बी के चालू होने से मुंबई के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा, जिससे यात्रा का समय घटेगा और सार्वजनिक परिवहन अधिक आरामदायक और सुरक्षित होगा। सरकार और मेट्रो प्राधिकरण का मानना है कि इस कॉरिडोर के पूर्ण रूप से चालू होने से मुंबई की यातायात व्यवस्था में क्रांतिकारी परिवर्तन आएगा, जिससे लाखों यात्रियों को रोज़ाना लाभ मिलेगा।
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