MNS Marwadi Shopkeeper, Language War: मुंबई के विक्रोली इलाके में MNS कार्यकर्ताओं ने एक मारवाड़ी दुकानदार की पिटाई कर उसे सड़क पर नंगे पांव घुमाया। आरोप है कि दुकानदार ने सोशल मीडिया पर मराठियों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी।
मुंबई, 17 जुलाई: महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) के कार्यकर्ताओं की एक और शर्मनाक हरकत सामने आई है। ताजा मामला मुंबई के विक्रोली इलाके से सामने आया है जहां एक मारवाड़ी दुकानदार की कथित सोशल मीडिया पोस्ट से नाराज़ MNS कार्यकर्ताओं ने उसकी पिटाई की और जबरन माफ़ी मंगवाकर उसे नंगे पांव सड़क पर घुमाया।
जानकारी के अनुसार, दुकानदार ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो पोस्ट किया था जिसमें उसने कहा था— “देख लिया राजस्थानी का पावर, मराठी को महाराष्ट्र में ही पीट दिया, हम मारवाड़ी हैं, हमारे सामने किसी की नहीं चलती।” इस बयान से आक्रोशित होकर मनसे के विभाग प्रमुख विश्वजीत ढोलम के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने दुकानदार को दुकान से बाहर निकालकर मारपीट की और सार्वजनिक रूप से उसका जुलूस निकाला।
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यह पहली बार नहीं है जब MNS कार्यकर्ताओं ने हिंसक रवैया अपनाया है। इससे पहले भी मीरा रोड इलाके में सिर्फ मराठी भाषा में जवाब न देने पर एक दुकानदार को सरेआम पीट दिया गया था।
मीरा रोड मामले में पुलिस ने सात MNS कार्यकर्ताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया था। उस समय दुकान पर काम करने वाले बघाराम ने बताया था कि जब उसने बोतल दी और कहा कि वह महाराष्ट्र में रहता है, तो MNS कार्यकर्ताओं ने जवाब में कहा कि महाराष्ट्र में रहना है तो मराठी बोलनी होगी और फिर उसे धमकाया गया।
पुलिस की भूमिका:
विक्रोली मामले में अब तक पुलिस ने कितनी कार्रवाई की है, इस पर सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, वीडियो वायरल होने के बाद दबाव में प्रशासन हरकत में आ गया है।
MNS कार्यकर्ताओं द्वारा बार-बार की जा रही इस तरह की घटनाएं मुंबई की कानून व्यवस्था और भाषाई असहिष्णुता पर गंभीर सवाल खड़े करती हैं। क्या राजनीतिक संगठन कानून से ऊपर हैं? और क्या महाराष्ट्र में बोलने की स्वतंत्रता अब राजनीतिक दल तय करेंगे?