VasaiVirar News: गोरेगांव के दो युवकों की चिंचोटी झरने में डूबने की घटना के बाद, नायगांव पुलिस ने सप्ताहांत में पर्यटकों की भीड़ को रोकने के लिए झरनों की ओर जाने वाले रास्तों पर सख्त निगरानी शुरू कर दी है।
वसई, 20 जुलाई: गोरेगांव के दो युवकों की चिंचोटी झरने में डूबने की घटना के बाद, नायगांव पुलिस ने क्षेत्र में कड़े प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। खासकर शनिवार और रविवार को बड़ी संख्या में आने वाले पर्यटकों को मौके से ही वापस भेजा जा रहा है।
पुलिस ने झरनों और नदियों की ओर जाने वाले सभी प्रमुख रास्तों पर विशेष पुलिस बल तैनात किया है। यह कदम हाल की दुखद घटना के बाद उठाया गया है जिसमें मुंबई के दो युवक चिंचोटी झरने में डूब गए थे।
🚫 क्यों लगाया गया प्रतिबंध?
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मानसून में जलस्तर बढ़ने के कारण खतरा ज्यादा
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शराब पीकर स्टंट या तैराकी करने की घटनाएँ
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कई पर्यटक जानकारी के बिना गहरे पानी में उतरते हैं
⚠️ कानूनी कदम और चेतावनी:
पुलिस उपायुक्त ने नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 163 के तहत औपचारिक प्रतिबंध लागू किया है। झरनों के आस-पास चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए हैं।
👮 वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक विजय कदम ने बताया कि कई लोग अब भी गुप्त रास्तों से पहुंचने की कोशिश कर रहे हैं, इसलिए निगरानी और कड़ी कर दी गई है।
🗣 “लोगों से अपील है कि सुरक्षा को देखते हुए झरनों में न जाएं। हादसों से बचाव ही सबसे बड़ी समझदारी है।” — विजय कदम, वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक
नायगांव पुलिस का यह कदम मानसून पर्यटन की आड़ में हो रहे खतरों को नियंत्रित करने का प्रयास है। लोगों से अपील की गई है कि वे झरनों और गहरे पानी वाले स्थानों से फिलहाल दूरी बनाए रखें।
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