मुंबई : साल 2005 में नारायण राणे (Narayan Rane Case 2005) के सभा स्थल पर विरोध प्रदर्शन के लिए जाने पुलिस के रोके जाने के बावजूद उपद्रव करने के आरोप में तत्कालीन शिवसेना के 48 लोगो के खिलाफ दादर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज हुआ था, जिसमे उन सभी पर पुलिस के काम में बाधा डालने,दंगा करणे और पुलिस अधिकारियों पर हमला करने जैसे गंभीर आरोप लगे है।
आज इस मामले में मुंबई के सेशन कोर्ट में आरोपी के खिलाफ चार्जेस फ्रेम होने है।
बता दें कि 24 जुलाई 2005 को प्रभादेवी इलाके में नारायण राणे की एक सभा होने वाली थी उन्होंने उस समय शिवसेना छोड़कर कांग्रेस पार्टी ज्वाइन की थी । इसलिए उस समय के शिवसैनिकों में उन्हें लेकर काफी गुस्सा था और इसीलिए उनके सभा स्थल पर शिवसेना के कार्यकर्ता विरोध प्रदर्शन करके पहुंचे थे और नारायण राणे के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे,पुलिस के द्वारा रोके जाने के बाद कार्यकर्ताओं ने पुलिस के साथ हाथापाई शुरू कर दी जिसके बाद लाठीचार्ज हुआ और शिवसेना के कुछ बड़े नेताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया गया जिसके बाद गुस्साए शिवसैनिकों ने पुलिस टीम पर पथराव किया और कुछ पुलिसवाले घायल भी हुए।
बाद में एक घायल महिला पुलिसकर्मी की शिकायत पर कई अलग-अलग धाराओं में शिवसेना के सदा सर्वांकर, बाला नांदगांवकर,अनिल परब,राजू पेडणेकर,श्रद्धा जाधव आदि सहित कुल 48 लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की गई थी।
सालों तक लंबित रहे इस मामले में पिछली सुनवाई के दौरान कोर्ट ने सभी आरोपियों को आज उपस्थित रहने के निर्देश दिए थे ताकि आरोपियों के खिलाफ चार्जेस फ्रेम हो सके।