पालघर जिले के जलसार गांव में बुलेट ट्रेन के लिए बनाए जा रहे टनल में हो रहे ब्लास्ट के कारण कई मकानों में दरारें आ गईं। ग्रामीणों ने मुआवजे और कार्य रोकने की मांग की।
पालघर,14अगस्त: पालघर जिले के जलसार गांव में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के तहत टनल निर्माण के दौरान हो रही ब्लास्टिंग से ग्रामीणों में दहशत फैल गई है। गांव से मात्र एक किलोमीटर दूर बन रही इस टनल में रोजाना डायनामाइट से विस्फोट किए जा रहे हैं, जिसके कारण कंपन महसूस हो रही है और कई मकानों की दीवारों में गहरी दरारें पड़ गई हैं। कुछ मकानों की छतें भी अस्थिर हो चुकी हैं, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल है।
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ग्रामीणों की नाराज़गी और मुआवजे की मांग
गांववालों का आरोप है कि ब्लास्टिंग से पहले उन्हें कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई और न ही कोई सुरक्षा उपाय अपनाए गए। उनका कहना है कि उनके पुराने मकान इस तरह के झटकों को सहन करने में सक्षम नहीं हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से प्रभावित परिवारों को तत्काल मुआवजा देने और कार्य रोकने की मांग की है।
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प्रशासन की प्रतिक्रिया
लगातार विरोध और मीडिया रिपोर्ट्स के बाद स्थानीय प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए हैं। प्रारंभिक स्तर पर अधिकारियों ने माना है कि ग्रामीण इलाकों में ब्लास्टिंग के दौरान अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। टनल बनाने वाली एजेंसी की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
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विवाद का बढ़ता असर
गांव के लोग साफ कह चुके हैं कि जब तक समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकलता, वे अपना विरोध जारी रखेंगे। यह मामला विकास परियोजनाओं में स्थानीय लोगों की सुरक्षा और सहमति के महत्व को उजागर करता है और यदि समय रहते कदम नहीं उठाए गए, तो यह प्रशासन और प्रोजेक्ट मैनेजमेंट के लिए बड़ी चुनौती बन सकता है।
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