पालघर जिले में मुख्यमंत्री सहायता निधि की तत्परता से कई गंभीर रोगियों को समय पर इलाज मिला। आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को राहत पहुंचाकर यह योजना बनी जनजीवन की संजीवनी।
पालघर,13अगस्त: पालघर जिले में मुख्यमंत्री सहायता निधि और धर्मादाय रुग्णालय मदत कक्ष की संवेदनशील कार्यप्रणाली ने कई गरीब और जरूरतमंद मरीजों को समय पर जीवनदायी सहायता प्रदान की है। हाल के महीनों में जिले के अलग-अलग हिस्सों से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां अचानक गंभीर बीमारी या दुर्घटना के बाद सहायता निधि से त्वरित आर्थिक मदद मिलने पर मरीजों का इलाज संभव हो सका। बोईसर के मधुकर कासट, सुरेखा तरे, पुष्पा मेहेर जैसे कई मरीजों की जान इसी मदद से बचाई जा सकी है।
- अधिकारियों और कार्यकर्ताओं का समन्वय बना जीवनरक्षक
सहायता कक्ष के अधिकारी कृपेश बाबरेकर, वैद्यकीय अधीक्षक हरीश जाधव और जिल्हाधिकारी कार्यालय की टीम ने ज़मीनी स्तर पर सक्रिय रहकर तात्कालिक मदद उपलब्ध कराई। स्थानीय कार्यकर्ता वैभव मिस्त्री का योगदान भी विशेष रूप से सराहनीय रहा। धवले हॉस्पिटल, वरद हॉस्पिटल, और गोडबोले हॉस्पिटल जैसे संस्थानों के सहयोग से रात्रि में भी इलाज की सुविधा सुनिश्चित की गई। कई मरीजों के परिजनों ने बताया कि उन्हें विश्वास नहीं था कि इतनी जल्दी सरकारी मदद मिल सकती है।
- जनकल्याणकारी योजना बनी जरूरतमंदों के लिए जीवनदायिनी
मुख्यमंत्री सहायता निधि की मदद से जिन मरीजों का इलाज हो सका, उनके परिजनों ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, जिल्हाधिकारी कार्यालय और संबंधित अधिकारियों का आभार व्यक्त किया है। इस योजना ने सिद्ध कर दिया है कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग भी समय पर और गुणवत्तापूर्ण इलाज पा सकता है। पालघर जिले में यह योजना न केवल ‘आशा की किरण’ बनी है, बल्कि गरीबों के लिए एक भरोसेमंद जीवनदायिनी व्यवस्था के रूप में उभरी है।
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