वसई-विरार में गड्ढों के बाद अब धूल की समस्या ने नागरिकों की परेशानियां बढ़ा दी हैं। सड़क मरम्मत और बारिश के बाद फैली खड़ी-मिट्टी धूल बनकर उड़ रही है, जिससे वाहन चालकों और पैदल यात्रियों को दिक्कत हो रही है। धूल से खांसी, सर्दी और एलर्जी जैसे रोग फैलने का खतरा बढ़ गया है। नागरिकों ने पालिका से तुरंत गड्ढे भरने और धूल नियंत्रण के उपाय करने की मांग की है।
विरार: वसई-विरार शहर में पहले से ही गड्ढों से परेशान नागरिकों को अब धूल की समस्या ने घेर लिया है। शहर की सड़कों पर चलना अब वाहन चालकों और पैदल यात्रियों दोनों के लिए मुश्किल हो गया है।
पिछले कुछ दिनों से पालिका द्वारा सड़कों की मरम्मत के काम किए जा रहे हैं। लेकिन बारिश के कारण सड़क पर फैली खड़ी और मिट्टी अब धूल में बदलकर हवा में उड़ रही है। इससे खासकर दोपहिया चालकों और राहगीरों को भारी दिक्कत झेलनी पड़ रही है।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि बरसात में बहकर आई मिट्टी और अधूरी सफाई भी धूल की समस्या को बढ़ा रही है। चिंचोटी-भिवंडी रोड, नालासोपारा, नायगांव, सातीवली और महामार्ग से जुड़ने वाले कई रास्तों पर यह परेशानी गंभीर रूप ले चुकी है।
धूल की वजह से लोगों में खांसी, सर्दी और एलर्जी जैसी बीमारियां बढ़ने लगी हैं। वहीं खाने-पीने की दुकानों और गाड़ियों पर उड़ती धूल से स्वच्छता पर भी सवाल उठ रहे हैं। नागरिकों ने मांग की है कि पालिका तुरंत गड्ढे भरने और धूल पर नियंत्रण के लिए ठोस कदम उठाए।
पालिका का कहना है कि फिलहाल शहर में सड़क सफाई मशीनों की मदद से धूल हटाने का काम शुरू कर दिया गया है।