मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कबूतर विवाद को राजनीति से प्रेरित बताया। कहा, गड्ढों-हादसों से लोग मर रहे, लेकिन अप्रासंगिक मुद्दों को जनता की असली समस्याओं से ज्यादा महत्व दिया जा रहा है।
मुंबई,21 अगस्त: मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने हाल ही में कबूतरों को दाना डालने को लेकर उठे विवाद पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि यह मुद्दा जनता की असली समस्याओं से ध्यान भटकाने के लिए जानबूझकर खड़ा किया गया है।
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अप्रासंगिक मुद्दों पर राजनीति
राज ठाकरे ने सवाल किया कि, “अगर आपके घर में चार चूहे हों तो क्या आप उन्हें इसलिए पालेंगे क्योंकि वे गणपति के वाहन हैं? नहीं। तो कबूतरों पर इतना हंगामा क्यों?” उन्होंने कहा कि मुंबई और महाराष्ट्र में लोग रोजाना गड्ढों, ट्रेन हादसों और जलभराव जैसी समस्याओं से परेशान हैं, लेकिन इन पर उतना ध्यान नहीं दिया जाता। इसके बजाय कबूतर जैसे मुद्दे पर राजनीति की जा रही है।
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जनता से उम्मीदें टूटीं
राज ठाकरे का मानना है कि कुछ लोग कबूतर विवाद का इस्तेमाल राजनीति के लिए करना चाहते थे, लेकिन जनता ने वैसा साथ नहीं दिया जैसा उन्होंने सोचा था। इस कारण यह मुद्दा ज्यादा आगे नहीं बढ़ पाया। ठाकरे ने कहा कि उनकी पार्टी ऐसे विवादों पर ध्यान नहीं देगी और केवल असली समस्याओं पर फोकस करेगी।
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असली मुद्दों पर जोर
राज ठाकरे ने कहा कि शहर में सुरक्षित यात्रा, बेहतर सड़कें और जलनिकासी जैसी समस्याएँ गंभीर हैं। हर साल बरसात में शहर डूब जाता है, लोग हादसों का शिकार होते हैं, लेकिन इन मुद्दों पर ठोस काम नहीं हो रहा। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे उन नेताओं का समर्थन करें जो वास्तविक समस्याओं पर काम करते हैं, न कि ऐसे लोगों का जो केवल अप्रासंगिक मुद्दों में उलझे रहते हैं।
कबूतर विवाद पर राज ठाकरे ने साफ कहा कि यह राजनीति से प्रेरित है और जनता की जिंदगी से इसका कोई लेना-देना नहीं है। उनकी पार्टी का मकसद है कि जनता की असली परेशानियों को उठाया जाए और उन्हें हल करने की दिशा में काम किया जाए।
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