शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर लगाए गए टैरिफ के विरोध में मोदी सरकार की चुप्पी पर कड़ी टिप्पणी की। उन्होंने सरकार से देश की गरिमा की रक्षा के लिए कड़ा और निर्णायक रुख अपनाने की मांग की।
मुंबई,7 अगस्त: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने एक बार फिर केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। इस बार उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर टैरिफ बढ़ाने के निर्णय पर मोदी सरकार की चुप्पी को लेकर कड़ा सवाल उठाया।
-
ट्रंप का मज़ाक और भारत की चुप्पी?
नई दिल्ली में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में ठाकरे ने कहा: “डोनाल्ड ट्रंप लगातार भारत का मज़ाक उड़ा रहे हैं, लेकिन भारत सरकार न तो कोई ठोस प्रतिक्रिया दे रही है और न ही कूटनीतिक दबाव बना रही है।” ठाकरे ने सवाल उठाया कि क्या यह सरकार अपनी विदेश नीति को लेकर गंभीर है, और क्या यह भारत की आर्थिक और राजनीतिक संप्रभुता की रक्षा कर पाने में सक्षम है?
सऊदी से लौटते प्रवासी श्रमिक की फ्लाइट में तबीयत बिगड़ने से मौत, मुंबई एयरपोर्ट पर आपात लैंडिंग
- सरकार की प्रतिक्रिया और आगे के कदम
भारतीय सरकार ने इस मुद्दे पर कहा है कि वह अपने राष्ट्रीय हितों की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठा रही है। दोनों देशों के बीच व्यापार के मुद्दों को सुलझाने के लिए द्विपक्षीय वार्ता जारी है। सरकार ने आश्वासन दिया है कि भारत की अर्थव्यवस्था को सुरक्षित रखने के लिए कूटनीतिक और व्यापारिक स्तर पर व्यापक रणनीति बनाई जा रही है।
इसके साथ ही, भारत ने विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) समेत अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर भी अपनी स्थिति मजबूत करने के लिए पहल शुरू कर दी है। सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि किसी भी विदेशी टैरिफ नीति का असर भारत की अर्थव्यवस्था और उसके नागरिकों पर न्यूनतम पड़े।
उद्धव ठाकरे का यह बयान केवल विदेश नीति पर सवाल नहीं उठाता, बल्कि यह राजनीतिक और चुनावी रणनीति का हिस्सा भी माना जा रहा है।
उद्धव ठाकरे का बड़ा बयान: “राज और मैं मिलकर निर्णय ले सकते हैं”, बीएमसी चुनावों में गठबंधन के संकेत