वसई: महाराष्ट्र के पालघर जिले के वसई क्षेत्र से एक बेहद दुखद घटना सामने आई है। यहां एक 12 वर्षीय छात्रा, जो कक्षा 6 में पढ़ती थी, स्कूल देर से पहुँचने पर 100 उठक-बैठक की सज़ा दिए जाने के बाद उसकी मौत हो गई। घटना के बाद छात्रा के परिवार और स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश फैल गया।
शिक्षिका के खिलाफ केस दर्ज
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक दिलीप घुगे ने बताया कि
“उठक-बैठक की सज़ा देने के संबंध में शिक्षिका ममता यादव के खिलाफ IPC की धारा 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है। मामला गंभीर है और प्रारंभिक जांच जारी है। निष्कर्ष के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
फेफड़ों में पानी जमा होने से हुई मौत
पुलिस के अनुसार, छात्रा की तबीयत सज़ा के बाद लगातार बिगड़ती गई। चिकित्सकीय जांच में सामने आया कि छात्रा के फेफड़ों में पानी भर गया था, जिसकी वजह से उसकी स्थिति गंभीर होती चली गई और अंततः उसकी मौत हो गई।
स्कूल की लापरवाही पर सवाल
घटना के बाद
-
अभिभावकों
-
स्थानीय नागरिकों
-
और सामाजिक संगठनों
ने स्कूल प्रशासन की कड़ी आलोचना की है।
लोगों का कहना है कि बच्चों पर इस तरह की शारीरिक सजा देना न केवल अवैध है बल्कि खतरनाक भी है।
पुलिस ने मामले की पूर्ण जांच शुरू कर दी है। शिक्षिका से पूछताछ की जा रही है और स्कूल प्रशासन से भी जवाब मांगा गया है।
नालासोपारा में बिल्डर द्वारा ₹12.5 लाख की ठगी, 66 वर्षीय सेवानिवृत्त व्यक्ति ने दर्ज कराई शिकायत