गणेशोत्सव 2025 को लेकर वसई-विरार महानगरपालिका ने तैयारी तेज कर दी है। आयुक्त मनोजकुमार सूर्यवंशी ने विसर्जन स्थलों की समीक्षा करते हुए पर्यावरण-सुरक्षा को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
वसई-विरार,12अगस्त: वसई-विरार शहर महानगरपालिका इस वर्ष भी पर्यावरण-संवेदनशील गणेशोत्सव आयोजित करने की दिशा में पूरी तरह सक्रिय है। आगामी 16 सितंबर 2025 से शुरू हो रहे गणेशोत्सव के मद्देनज़र मनपा आयुक्त श्री मनोजकुमार सूर्यवंशी ने आज विभिन्न विसर्जन स्थलों का निरीक्षण किया। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिए कि गणेशभक्तों को किसी भी प्रकार की असुविधा ना हो, तथा विसर्जन प्रक्रिया शिस्तबद्ध व सुचारू रूप से सम्पन्न हो। उन्होंने यह भी दोहराया कि उत्सव का स्वरूप भले ही पारंपरिक हो, पर उसे पर्यावरण के अनुकूल बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है।
- 🛠️ कृत्रिम तालाब, मेडिकल हेल्प डेस्क सहित सभी व्यवस्थाएं होंगी
महानगरपालिका ने पिछले वर्षों की तरह इस बार भी कृत्रिम तालाब, मूर्ति संकलन केंद्र, वैद्यकीय सहायता कक्ष, आरती स्थल, निर्माल्य कलश, दिवा-बत्ती की व्यवस्था तथा सुरक्षा के व्यापक उपाय किए हैं। आयुक्त ने स्पष्ट किया कि पिछले वर्ष 58% मूर्तियों का विसर्जन कृत्रिम तालाबों में हुआ था, और इस बार इस प्रतिशत को और बढ़ाने का लक्ष्य है। सभी विभागों को आपसी समन्वय के साथ कार्य करते हुए उत्सव को शांतिपूर्ण, सुव्यवस्थित और हरित उत्सव के रूप में संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं।
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- 👥 वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में हुआ निरीक्षण
इस निरीक्षण दौरे में अतिरिक्त आयुक्त दीपक सावंत, सहायक आयुक्त श्री गिल्सन गोन्साल्विस सहित अन्य अधिकारी व कर्मचारी भी मौजूद थे। आयुक्त महोदय ने सभी को स्पष्ट संदेश दिया कि यह उत्सव केवल आस्था का नहीं, बल्कि सामूहिक ज़िम्मेदारी का प्रतीक है, जिसमें हर स्तर पर सुरक्षा और स्वच्छता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए। वसई-विरार मनपा की यह पहल न केवल एक प्रशासनिक कार्यवाही है, बल्कि हरित पर्व की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम भी है।