वसई-विरार महापालिका घोटाले में ईडी ने माजी आयुक्त अनिल पवार समेत चार आरोपियों को 7 दिन की पुलिस हिरासत में लिया। सभी 20 अगस्त तक ईडी कस्टडी में रहेंगे।
वसई,14अगस्त: प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने वसई-विरार महानगरपालिका में हुए कथित भ्रष्टाचार मामले में चार प्रमुख आरोपियों को अदालत में पेश कर 7 दिन की पुलिस हिरासत में लिया है। हिरासत में भेजे गए आरोपियों में माजी आयुक्त अनिलकुमार पवार, डिप्टी टाउन प्लानर वाय एस रेड्डी, स्थानीय बिल्डर सिताराम गुप्ता और अरुण गुप्ता शामिल हैं। अदालत ने सभी को 20 अगस्त 2025 तक ईडी कस्टडी में भेजने का आदेश दिया।
📂 घोटाले में संगठित रैकेट की आशंका
ईडी की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि अधिकारियों और बिल्डरों ने मिलकर अवैध निर्माण को मंजूरी दी और आम लोगों को फ्लैट बेचकर भारी आर्थिक लाभ कमाया। सर्वोच्च न्यायालय के आदेश पर बाद में इन इमारतों को गिरा दिया गया, जिससे सैकड़ों खरीदार बेघर हो गए। ईडी को मिले व्हाट्सऐप चैट्स और इलेक्ट्रॉनिक सबूत बताते हैं कि यह एक संगठित रैकेट था, जिसमें प्रति वर्गफुट रिश्वत लेने का आरोप है।
👨⚖️ अगली सुनवाई और आगे की कार्रवाई
ईडी के वकीलों ने अदालत में कहा कि जांच अभी प्रारंभिक चरण में है और आरोपियों से पूछताछ में और नाम सामने आ सकते हैं। 20 अगस्त को अगली सुनवाई होगी और इस दौरान और भी अधिकारियों व बिल्डरों की गिरफ्तारी संभव है। यह मामला वसई-विरार के इतिहास में सबसे बड़े शहरी विकास घोटालों में से एक माना जा रहा है।
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