वसई-विरार नगर निगम (VVMC) में भ्रष्टाचार के मामले में ED ने पूर्व आयुक्त अनिल पवार, पूर्व नगरसेवक सीताराम गुप्ता, उनके बेटे और टाउन प्लानर वाई. एस. रेड्डी को गिरफ्तार किया।
वसई-विरार,13अगस्त: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने वसई-विरार म्युनिसिपल कॉर्पोरेशन (VVMC) में करोड़ों रुपये के कथित घोटाले की जांच के तहत मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए पूर्व नगर आयुक्त अनिल पवार, पूर्व नगरसेवक सीताराम गुप्ता, उनके बेटे अरुण गुप्ता और टाउन प्लानर वाई. एस. रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया।
💰 फर्जी प्रोजेक्ट और रिश्वतखोरी का खुलासा
जांच एजेंसी के अनुसार, आरोपियों ने विकास परियोजनाओं में फर्जी दस्तावेजों और नियमों की अनदेखी कर निजी बिल्डरों को ठेके व जमीन आवंटन में अनुचित लाभ पहुंचाया। इसके बदले मोटी रिश्वत ली गई।
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टाउन प्लानिंग विभाग में वाई. एस. रेड्डी द्वारा अवैध स्वीकृतियां दी गईं।
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सीताराम गुप्ता और अरुण गुप्ता पर पैसों के लेन-देन और अवैध संपत्ति बनाने के आरोप हैं।
👮♂️ पूछताछ और संपत्ति जब्ती की तैयारी
गिरफ्तार आरोपियों को विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें ईडी हिरासत में भेज दिया गया। एजेंसी घोटाले के पैसों से खरीदी गई संपत्तियों की पहचान कर रही है और जल्द ही बैंक खातों व अचल संपत्तियों को सील करने की संभावना है।
📢 भ्रष्टाचार पर प्रहार
ED की यह कार्रवाई VVMC में वर्षों से चल रहे भ्रष्टाचार पर बड़ा प्रहार मानी जा रही है और माना जा रहा है कि जांच आगे बढ़ने पर कई और नाम सामने आ सकते हैं।
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