वसई विरार के लोग खराब सड़कों और गड्ढों से परेशान हैं। सात मुख्य सड़कों के चौड़ीकरण और कंक्रीटीकरण का प्रस्ताव एमएमआरडीए को भेजा गया है, लेकिन मंजूरी में देरी से काम रुका हुआ है।
वसई, 4 जुलाई 2025: वसई-विरार शहर की सड़कों की जर्जर हालत और गड्ढों से परेशान नागरिकों के लिए राहत की खबर है। बारिश में डूबती गलियां, टूटे हुए रास्ते और अनियोजित सड़कें अब नागरिकों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित कर रही हैं। खासकर मानसून में सड़कों पर गड्ढे जानलेवा साबित हो रहे हैं।
इस स्थिति से निपटने के लिए वसई-विरार महानगरपालिका (VVMC) ने करीब ₹2,800 करोड़ की लागत वाली एक महत्वाकांक्षी परियोजना तैयार की है। इस योजना में शहर की 7 प्रमुख सड़कों के चौड़ीकरण और कंक्रीटीकरण का प्रस्ताव है। इसमें विरार फाटा से अर्नाळा, नालासोपारा फाटा से पश्चिम, और वसई फाटा से वसई गांव तक की सड़कें शामिल हैं।
📌 एमएमआरडीए को भेजा गया प्रस्ताव
VVMC ने यह प्रस्ताव 1 अगस्त 2024 को MMRDA (मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण) को भेजा था, लेकिन अब तक उसे मंजूरी नहीं मिली है। नागरिकों और स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग है कि इसे तुरंत मंजूरी दी जाए, जिससे निर्माण कार्य शुरू हो सके।
🚧 योजना के बिना बनीं सड़कें बनीं मुसीबत
स्थानीय विशेषज्ञों का कहना है कि कई स्थानों पर सड़कों की ऊंचाई बिना योजना के बढ़ा दी गई, जिससे पानी का निकास रुक गया और गड्ढे बनना शुरू हो गए। इससे घरों और दुकानों में पानी भरने की घटनाएं भी बढ़ी हैं।
🛠️ मानसून में चल रहा गड्ढा भरने का काम
नगर अभियंता प्रदीप पाचेंज के अनुसार, जैसे ही MMRDA से मंजूरी मिलती है, सड़क चौड़ीकरण का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। फिलहाल मानसून के दौरान गड्ढों की मरम्मत और अस्थायी सुधार कार्य किए जा रहे हैं ताकि यातायात थोड़ा सुगम हो सके।