मराठा आरक्षण आंदोलन को समर्थन देने के लिए शिवसेना नेता अंबादास दानवे जल्द ही आज़ाद मैदान पहुँचेंगे, जहाँ मनोज जरांगे पाटिल भूख हड़ताल पर बैठे हैं। दानवे ने सरकार से तुरंत समाधान की मांग दोहराई।
मुंबई, 30 अगस्त: मराठा आरक्षण आंदोलन मुंबई के आज़ाद मैदान में एक निर्णायक मोड़ पर पहुँच गया है। आंदोलन का नेतृत्व कर रहे मनोज जरांगे पाटिल इन दिनों भूख हड़ताल पर बैठे हैं। उनका कहना है कि जब तक मराठा समाज को ठोस आरक्षण व्यवस्था नहीं मिलती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा।
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अंबादास दानवे का ऐलान
शिवसेना (UBT) के वरिष्ठ नेता और विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने घोषणा की है कि वे आज ही जरांगे पाटिल से मुलाकात करेंगे। दानवे ने कहा कि “मराठा समाज की उपेक्षा अब और बर्दाश्त नहीं की जाएगी, सरकार जानबूझकर इस मुद्दे को टाल रही है।” उन्होंने आश्वासन दिया कि वह आंदोलन की मांगों को राज्य सरकार तक मजबूती से उठाएँगे।
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राजनीतिक महत्व
राज्य की राजनीति में इस मुलाकात को बेहद अहम माना जा रहा है। विधानसभा और लोकसभा चुनावों से पहले मराठा समाज का झुकाव किस ओर होता है, यह सत्ता समीकरण को प्रभावित करेगा। इसी कारण कई दलों के नेता जरांगे पाटिल से संपर्क साध रहे हैं ताकि समाज का समर्थन हासिल किया जा सके।
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जनता की उम्मीदें
मराठा समाज और आंदोलनकारियों का कहना है कि बार-बार आश्वासन के बावजूद ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। जरांगे पाटिल की भूख हड़ताल को जनता का व्यापक समर्थन मिल रहा है। दानवे की प्रस्तावित मुलाकात से लोगों को उम्मीद है कि राजनीतिक दबाव बढ़ेगा और जल्द ठोस निर्णय सामने आएगा।
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