अंबरनाथ नगर परिषद ने संभावित आम चुनावों की तैयारी के तहत वार्ड पुनर्रचना का मसौदा जारी किया है। नागरिकों को 31 अगस्त तक सुझाव और आपत्तियां दर्ज कराने का अवसर है। कुल 59 सदस्य आगामी चुनाव में चुने जाएंगे।
ठाणे, 25 अगस्त: अंबरनाथ नगर परिषद ने संभावित आम चुनावों को ध्यान में रखते हुए वार्ड पुनर्रचना का मसौदा अधिसूचना जारी कर दी है। नगर परिषद के मुख्याधिकारी उमाकांत गायकवाड द्वारा प्रस्तुत इस मसौदे में कुल 29 वार्डों की नई संरचना का विवरण शामिल है। यह मसौदा राज्य चुनाव आयोग की सहमति प्राप्त होने के बाद सार्वजनिक किया गया है। मसौदे के अनुसार, 28 वार्डों में दो-दो सदस्य होंगे जबकि एक वार्ड, अर्थात वार्ड क्रमांक 4, में तीन सदस्य चुने जाएंगे। इस प्रकार आगामी नगर परिषद चुनाव में कुल 59 प्रतिनिधि जनता द्वारा निर्वाचित किए जाएंगे।
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जनसंख्या के आधार पर पुनर्रचना की आवश्यकता
नगर प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार, 2011 की जनगणना के अनुसार अंबरनाथ नगर परिषद क्षेत्र की जनसंख्या 2,53,475 है, जिसमें 35,377 अनुसूचित जाति और 9,645 अनुसूचित जनजाति के नागरिक शामिल हैं। हालांकि, पिछले एक दशक में शहर की सीमाओं का विस्तार हुआ है और अनेक नई आवासीय बस्तियाँ विकसित हुई हैं। इस विस्तार के परिणामस्वरूप जनसंख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, जिससे प्रत्येक वार्ड में संतुलित और न्यायसंगत प्रतिनिधित्व सुनिश्चित करने की आवश्यकता उत्पन्न हुई। इसी पृष्ठभूमि में वार्डों की सीमाओं का पुनर्निर्धारण किया गया है।
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बढ़ी चुनावी सरगर्मी और राजनीतिक सक्रियता
जैसे ही वार्ड संरचना का मसौदा सार्वजनिक हुआ, वैसे ही शहर में चुनावी गतिविधियां तेज हो गई हैं। राजनीतिक दलों के भीतर गुटबाजी और रणनीति निर्माण की प्रक्रिया आरंभ हो चुकी है। सभी प्रमुख दल अपने संभावित उम्मीदवारों और समर्थकों को नए परिसीमन में सुरक्षित करने की कोशिश में जुट गए हैं। साथ ही, विरोधी दलों पर आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति भी शुरू हो गई है। सत्ताधारी और विपक्षी गुटों के बीच नीतिगत टकराव भी देखा जा रहा है, जिससे आगामी नगर परिषद चुनाव में प्रतिस्पर्धा और अधिक तीव्र होने की संभावना है।
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आपत्तियों और सुझावों के लिए तय की गई समयसीमा
नगर परिषद ने नागरिकों से आग्रह किया है कि वे मसौदे पर अपनी आपत्तियां और सुझाव 31 अगस्त 2025 तक प्रस्तुत करें। इसके बाद 1 सितंबर से 8 सितंबर 2025 के बीच प्राप्त आपत्तियों पर सुनवाई की जाएगी। यह प्रक्रिया यह सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक है कि वार्ड परिसीमन निष्पक्ष, पारदर्शी और जनहित में हो। अंबरनाथ नगर परिषद की यह पहल न केवल आगामी चुनाव को सुव्यवस्थित बनाएगी, बल्कि शहर के विकास और प्रशासनिक संतुलन में भी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।