मुंबई के वर्ली में बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना के तहत बनी पुनर्वसन इमारत का उद्घाटन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने किया। इस अवसर पर 556 परिवारों को उनके नए घरों की चाबियां भी सौंपी गईं।
मुंबई, 14 अगस्त: मुंबई में वर्षों से प्रतीक्षित बीडीडी चॉल पुनर्विकास परियोजना के एक महत्वपूर्ण चरण का उद्घाटन 14 अगस्त 2025 को वर्ली के गणपतराव जाधव मार्ग पर हुआ। इस अवसर पर महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नवनिर्मित पुनर्वसन इमारत का लोकार्पण किया और परियोजना से लाभान्वित होने वाले 556 निवासियों को नए घरों की चाबियां सौंपीं। इस कार्यक्रम का आयोजन मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (MMRDA) द्वारा किया गया, और इसे मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) महाराष्ट्र द्वारा भी आधिकारिक रूप से साझा किया गया। यह परियोजना मुंबई के उन हजारों परिवारों के लिए राहत की उम्मीद बनकर आई है, जो दशकों से जर्जर बीडीडी चॉल में रह रहे थे।
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बीडीडी चॉल : मुंबई के विकास में ऐतिहासिक योगदान
बॉम्बे डेवेलपमेंट डिपार्टमेंट (BDD) की चॉलें बीसवीं सदी की शुरुआत में बनाईं गईं थीं, जो मजदूर वर्ग और निम्न आय वर्ग के लोगों के लिए बनी एक बड़ी हाउसिंग स्कीम थी। हालांकि समय के साथ इन चॉलों की स्थिति खराब होती गई और पुनर्विकास की मांग लगातार उठती रही। राज्य सरकार और MMRDA के सहयोग से अब इस महत्वाकांक्षी परियोजना को गति मिल रही है। वर्ली, नायगांव और माटुंगा जैसे क्षेत्रों में बीडीडी चालों के पुनर्विकास कार्य को चरणबद्ध तरीके से अंजाम दिया जा रहा है। इस पुनर्विकास के तहत, निवासियों को उनके पुराने घरों के बदले आधुनिक सुविधाओं से युक्त फ्लैट उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिससे उनके जीवन स्तर में स्पष्ट सुधार देखा जा सकेगा।
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परियोजना के लाभ: नागरिकों को मिल रहा बेहतर जीवन
इस पुनर्विकास परियोजना के तहत तैयार की गई इमारतें न सिर्फ भूकंपरोधी तकनीक से बनी हैं, बल्कि उनमें जल निकासी, लिफ्ट, सीसीटीवी सुरक्षा, खुले स्थान और आधुनिक सुविधाएं भी शामिल हैं। पुनर्विकास के बाद नागरिकों को पहले की तुलना में अधिक सुरक्षित, स्वच्छ और सुविधा संपन्न जीवन मिल रहा है। मुख्यमंत्री फडणवीस ने अपने भाषण में कहा कि यह केवल ईंट-पत्थर का निर्माण नहीं, बल्कि सपनों को साकार करने का काम है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि बीडीडी चॉल के अन्य इलाकों में भी तेजी से निर्माण कार्य किया जाएगा और सभी पात्र परिवारों को समय पर उनके नए घर सौंपे जाएंगे।
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सीधे प्रसारण से जनता को जोड़ा गया
इस लोकार्पण कार्यक्रम का सीधा प्रसारण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स जैसे YouTube, X (पूर्व में ट्विटर), और Facebook पर भी किया गया, जिससे राज्य के अन्य हिस्सों में बैठे नागरिक भी इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बन सके। यह पहल डिजिटल भागीदारी को बढ़ावा देने की दिशा में एक अच्छा उदाहरण है। वर्ली के बाद माटुंगा में भी एक कार्यक्रम आयोजित किया गया, जहां बीडीडी चॉल पुनर्विकास से जुड़ी जानकारी साझा की गई। इस पूरे आयोजन ने सरकार के विकास कार्यों में पारदर्शिता और लोगों की भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया।
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