भायंदर बैंक धोखाधड़ी मामले में नकली सोना गिरवी रखने वाले आरोपी गोपाल राधेश्याम नाग उर्फ चौरसिया को पुलिस ने नालासोपारा से गिरफ्तार कर आर्थिक अपराध शाखा को सौंपा।
भायंदर, 30 अगस्त: कैथोलिक सिलियन बैंक लिमिटेड की शाखा में नकली सोना गिरवी रखकर ऋण लेने के मामले में गोपाल राधेश्याम नाग को पुलिस ने गिरफ्तार किया। मामला 15 दिसंबर 2012 से 14 जून 2016 के बीच घटित हुआ, जिसमें बैंक को लगभग 75 लाख रुपये का नुकसान हुआ।
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शिकायत और मामला दर्ज
मीरा रोड ईस्ट निवासी जानसी कुराइकोस की शिकायत पर भायंदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया। इसके तहत नाग समेत कुल 6 आरोपियों के खिलाफ धारा 408, 420, 467, 468, 470, 471 और 120 बी के तहत कानूनी कार्रवाई की गई।
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अपराध शाखा ने की आरोपी की तलाश
अपराध शाखा, काशीमीरा ने आरोपी की तलाश शुरू की। जांच में पता चला कि उसने अपना नाम बदलकर गोपाल राधेश्याम चौरसिया कर लिया था और नालासोपारा क्षेत्र में रह रहा था। आरोपी पेशे से निर्माण सामग्री आपूर्तिकर्ता है और नालासोपारा पूर्व में निवास कर रहा था।
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गिरफ्तारी और कानूनी कार्रवाई
30 अगस्त 2025 को पुलिस टीम ने उसे मनवेल पाडा, विरार पूर्व से हिरासत में लिया। गिरफ्तार आरोपी को आगे की कानूनी कार्रवाई के लिए आर्थिक अपराध शाखा, मीरा-भायंदर, वसई-विरार को सौंपा गया।
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पुलिस का मार्गदर्शन और टीम
इस कार्रवाई में वरिष्ठ अधिकारियों जैसे पुलिस आयुक्त निकेत कौशिक, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त दत्तात्रय शिंदे और पुलिस उपायुक्त (अपराध) संदीप डोईफोडे के मार्गदर्शन में कार्य किया गया। टीम के अन्य अधिकारी और कांस्टेबलों ने मिलकर गिरफ्तारी सुनिश्चित की।
गोपाल राधेश्याम नाग की गिरफ्तारी बैंक धोखाधड़ी मामले में एक महत्वपूर्ण सफलता मानी जा रही है। इस कार्रवाई से न केवल बैंक की सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि ऐसे आर्थिक अपराधों पर कड़ी नजर रखने का संदेश भी जाएगा।
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